दिल्ली के मुख्यमंत्री और आम आदमी पार्टी (आप) के प्रमुख अरविंद केजरीवाल आगामी लोकसभा चुनाव की तैयारियों में जुट गए हैं। पंजाब में इस वक्त आप में जोरदार उथल पुथल मची हुई है। लोकसभा चुनाव से पहले केजरीवाल पंजाब की आप इकाई में चल रही कलह को खत्म करने की कोशिश करेंगे, उनके साथ दिल्ली के उप मुख्यमंत्री मनीष सिसोदिया भी हैं।
दरअसल, इस वक्त आम आदमी पार्टी की पंजाब इकाई में जमकर उथल-पुथल मची हुई है। कहा जा रहा है कि केजरीवाल और सिसोदिया सुखपाल सिंह खैरा की बगावत के कारण आप में पैदा हुए अंदरूनी तनाव को कम करने की कोशिश करेंगे। इसके अलावा यह भी कहा जा रहा है कि दिल्ली के सीएम 2019 लोकसभा चुनाव के लिए पार्टी को मजबूत बनाने के प्रयास में हैं, ऐसे में उनके लिए इस वक्त सबसे ज्यादा अहम यह है कि पंजाब में पार्टी के अंदर मची उथल पुथल को शांत किया जाए।
रिपोर्ट्स के मुताबिक केजरीवाल और सिसोदिया आप सांसद भगवंत मान के साथ मिलकर एक रैली भी निकालेंगे। आपको बता दें कि सुखपाल सिंह खैरा के बगावती तेवरों को देखते हुए उन्हें विधानसभा में विपक्ष के नेता के पद से हटा दिया गया था। उनकी जगह आप ने विधायक हरपाल सिंह चीमा को पंजाब विधानसभा में आप का नेता बनाया था।
खैरा ने कुछ दिनों पहले बठिंडा में एक सम्मेलन आयोजित किया था, जहां उन्होंने यह कहा था कि यह सम्मेलन यह बताने के लिए आयोजित किया गया है कि पंजाब में आप नेताओं और कार्यकर्ताओं के पास अपने विचार रखने और इन्हें व्यक्त करने का अधिकार है। खैरा ने कहा, “मेरी लड़ाई पंजाब के भले के लिए है। मैं किसी पद का आकांक्षी नहीं हूं। मैं सभी पंजाबियों के लिए आवाज उठाऊंगा। प्रदेश को बादल परिवार और अमरिंदर सिंह के बुरे शासन ने बरबाद कर दिया। यह मेरी नहीं बल्कि पंजाब की लड़ाई है।”