भारतीय क्रिकेट कंट्रोल बोर्ड (बीसीसीआई) के मुख्य चयनकर्ता एमएसके प्रसाद के नाम का झांसा लेकर कई व्यापारियों से लाखों रुपए ठगने का मामला सामने आया है। बताया जा रहा है कि आरोपी ने वारदात को अंजाम देने के लिए ट्रूकॉलर पर अपना नाम बदल दिया था, जिससे वह लोगों को आसानी से अपना शिकार बना लेता था। बताया जा रहा है कि आरोपी अभी तक पांच लाख रुपए की ठगी कर चुका है। इस मामले में प्रसाद ने बुधवार (24 अप्रैल) को विशाखापट्टनम में केस दर्ज कराया। फिलहाल आरोपी की पहचान हो गई है और पुलिस उसे तलाश कर रही है।

आरोपी ने ऐसी की ठगीः प्रसाद के मुताबिक, आरोपी शख्स ने ट्रूकॉलर ऐप के मदद से अब तक करीब पांच लाख रुपए की ठगी की है। ऐप पर उसने खुद को एमएसके प्रसाद के नाम से रजिस्टर्ड कर रखा था। वह लोगों को एमएसके प्रसाद बनकर फोन करता था और उनसे बड़ी रकम की मांग करता था। लोग प्रसाद का नाम देखकर उसकी बातों में आ जाते थे। बताया जा रहा है कि युवक आरोपी का नाम बुदुमुरी नागाराजु है और वह आंध्र प्रदेश के श्रीकाकुलम जिले का रहने वाला है। रिपोर्ट्स के मुताबिक, उसने सिलेक्ट टेली कंपनी से 2.88 लाख और रामाकृष्णा हाउसिंग से 3.88 लाख रुपए ठगे हैं।

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2 थानों में दर्ज कराया गया केस : इस मामले की जानकारी मिलने के बाद एमएसके प्रसाद ने पुलिस से शिकायत की। उन्होंने बताया, ‘‘नागाराजु ने ट्रूकॉलर ऐप पर अपना मोबाइल नंबर मेरे नाम से रजिस्टर्ड कर कई उद्योगपतियों से पैसे वसूले। इसके चलते भोले-भाले उद्योगपति उसकी चाल में फंस गए और ठगी का शिकार बन गए।’ बता दें कि एमएसके प्रसाद ने विजयवाड़ा और हैदराबाद पुलिस थाने में केस दर्ज करा दिया है। पुलिस आरोपी की खोज में लग गई है। पुलिस का कहना है कि इस तरह का मामला पहली बार सामने आया है, जब ट्रूकॉलर ऐप के माध्यम से लोगों को ठगा गया हो। पुलिस यह भी पता लगाने की कोशिश कर रही है कि आरोपी और किन लोगों को फर्जी नाम से धोखा दिया है।