Delhi Police 76th Raising Day: दिल्ली पुलिस ने देश विरोधी ताकतों पर लगाम लगाने को संजीदा तरीके से लिया है और यही कारण है कि आतंकवादी गतिविधियों (Terrorist Activities) के साथ इस्लामिक उग्रवाद, संगठित अपराध और मादक पदार्थ की तस्करी में उल्लेखनीय कार्य किए हैं। दिल्ली पुलिस के 76वें स्थापना दिवस पर आयुक्त ने कहा कि बहुत जल्द 6,997 नए सिपाही पुलिस बल में शामिल हो जाएंगे। वहीं, दिल्ली पुलिस के बेड़े में शामिल छह आधुनिक तकनीक से लैस फारेंसिक मोबाइल वैन के साथ ही एएमपीआर (AMPR) कैमरे का प्रयोग के साथ आपातकालीन नियंत्रण कक्ष भी पुलिस की उपलब्धियां में शामिल है।

पड़ोसी राज्यों की घटनाओं का खुलासा कर साबित की क्षमता

पुलिस ने दिल्ली के साथ पड़ोसी राज्यों में घटित होने वाली इस तरह की कई घटनाओं का खुलासा कर अपनी काबिलियत सिद्ध की है। दिल्ली पुलिस आयुक्त संजय अरोड़ा ने पुलिस के स्थापना दिवस समारोह में कहा कि तकनीक ने कई क्षेत्रों में पुलिस के भी काम आसान कर दिए हैं।

एम पासपोर्ट सेवा चालू होने से सत्यापन हुआ आसान

पासपोर्ट दफ्तरों में कागजों के गट्ठर कम करने में तकनीक बहुत बड़ी मददगार साबित हुई है। एम पासपोर्ट सेवा चालू की गई है। इससे प्रतिदिन 20 हजार कागजों के गट्ठर नहीं दिखेंगे और यह सब पारदर्शी तरीके से कम्प्यूटरीकरण हो जाएगा। पासपोर्ट का सत्यापन पुलिस के लिए एक ऐसा काम था जिसे अब आसान कर दिया गया है। कागजों की बचत एक प्रकार से पर्यावरण के लिए भी उपयुक्त है।

आयुक्त अरोड़ा ने कहा कि 31 अक्तूबर 2019 में नए पुलिस मुख्यालय के उद्घाटन पर गृह मंत्री ने कहा था कि मुख्यालय की नई इमारत तो बन गई है, लेकिन अभी पुलिस का उद्देश्य और जनता में उसके संदेश बाकी हैं। इस बात को हमने मूलमंत्र बनाया और पुलिस बल को यह सुनिश्चित करने को कहा कि ऐसे मामले जो सालों से लंबित हैं उसे तुरंत चिह्नित कर सुलझाने की दिशा में कोशिश की जाए। इसमें हमें बहुत सफलता मिली है।

राष्ट्रीय उत्पादकता परिषद से आडिट परियोजना भी हमारी उपलब्धि है।

आयुक्त का लब्बोलुआब था कि पुलिस हर उस बिंदू पर काम कर रही है जिससे एक तरफ जहां गृह मंत्रालय के निर्देश का पालन हो। वहीं, आम लोगों को पुलिसिया कार्यशैली पर किसी भी प्रकार से संदेह या परेशानी नहीं हो। जीपीएस सेवा से खुद-ब-खुद पासपोर्ट का सत्यापन हो या फिर जनसामान्य के लिए पारदर्शितापूर्ण कार्य। महिला दस्ता हो या यातायात पुलिस का हमेशा चौकन्ना रहना। टूरिस्ट पीसीआर और प्रखर वाहन के साथ निरोधी दस्ते का हर उस संवेदनशील जगह पर मुस्तैदी यह दर्शाती है कि पुलिस आम लोगों के लिए हमेशा तत्पर है।