उत्तर प्रदेश के कानपुर में ईद के मौके पर बिना इजाजत के सड़क पर नमाज अदा करने के आरोप में करीब 2000 लोगों के खिलाफ केस दर्ज किया गया है। शहर के कई इलाकों में ईद के मौके पर बिना अनुमति के ईदगाह के बाहर सड़क पर नमाज अदा करने के आरोप में दो हजार लोगों के खिलाफ तीन अलग-अलग FIR दर्ज की गई हैं। हालांकि, इस मामले में अभी किसी को गिरफ्तार नहीं किया गया है। वहीं, सड़क पर ईद की नमाज को लेकर यूपी में 6 FIR की गयी हैं और सैकड़ों लोगों के खिलाफ केस दर्ज किया गया है।
सड़क पर ईद की नमाज को लेकर यूपी के तीन जिलों में 6 FIR
22 अप्रैल को ईद-उल-फितर के मौके पर सड़कों पर नमाज अदा करने को लेकर उत्तर प्रदेश के तीन जिलों में पिछले एक हफ्ते में कम से कम 6 FIR दर्ज की गई हैं। यह एफ़आईआर सैकड़ों अज्ञात लोगों के साथ-साथ स्थानीय ईदगाह कमेटी के सदस्यों के खिलाफ कानपुर, हापुड़ और अलीगढ़ में दर्ज की गई हैं। पुलिस ने कहा कि वे आगे की कार्रवाई के लिए सड़कों पर नमाज अदा करने वालों की पहचान करने की कोशिश कर रहे हैं।
कानपुर में तीन एफआईआर दर्ज
कानपुर में पुलिस ने बाबूपुरवा, जाजमऊ और बजरिया में तीन एफ़आईआर दर्ज की हैं। बाबूपुरवा में जहां ईदगाह कमेटी और 40-50 अज्ञात लोगों के खिलाफ मामला दर्ज किया गया है, वहीं जाजमऊ थाने में इंतेजामिया ईदगाह कमेटी और 200-300 अज्ञात लोगों के खिलाफ मामला दर्ज किया गया है। बजरिया में ईदगाह कमेटी के सदस्यों और 1,000-1,500 अज्ञात लोगों के खिलाफ मामला दर्ज किया गया है।
हापुड़ में 200-250 अज्ञात लोगों के खिलाफ मामला दर्ज
UP के हापुड़ जिले में 23 अप्रैल को 200-250 अज्ञात लोगों के खिलाफ ईदगाह के पास सड़क पर नमाज पढ़ने के आरोप में FIR दर्ज की गई थी। हापुड़ नगर पुलिस स्टेशन के एसएचओ संजय कुमार पांडे ने कहा, “सीआरपीसी की धारा 144 के उल्लंघन और सरकारी काम में बाधा डालने सहित आईपीसी की कई धाराओं के तहत मामला दर्ज किया गया है। FIR में ईदगाह समिति के सदस्यों को भी आरोपी बनाया गया है क्योंकि ईदगाह के अंदर नमाज़ अदा करना उनकी ज़िम्मेदारी थी।”
अलीगढ़ में, 21 और 22 अप्रैल को निषेधाज्ञा लागू होने के दौरान सड़क पर नमाज अदा करने के लिए अज्ञात लोगों के खिलाफ दो प्राथमिकी दर्ज की गई हैं। पुलिस ने कहा कि वे उन इलाकों से सीसीटीवी फुटेज एकत्र कर रहे हैं जहां नमाज हुई थी।
जगह की कमी के कारण सड़कों पर नमाज अदा करने की अनुमति दी जानी चाहिए
वहीं, दारुल उलूम फिरंगी महल के प्रवक्ता मौलाना सूफियान निजामी ने द इंडियन एक्सप्रेस को बताया कि ईद की नमाज जमात के साथ अदा की जानी चाहिए न कि अलग-अलग। उन्होंने कहा, “ईद की नमाज मस्जिदों और ईदगाहों में होती है। ईद की नमाज एक बड़े समूह के साथ अदा करना बेहतर है। अगर कुछ लोग जगह की कमी के कारण सड़कों पर नमाज़ अदा कर रहे हैं तो इसकी अनुमति दी जानी चाहिए। ज्यादातर जगहों पर घर के अंदर ही नमाज अदा करने को लेकर दिशा-निर्देशों का पालन किया गया। लेकिन कुछ जगहों पर अगर बाहर नमाज पढ़ी गई तो इसे जुर्म नहीं बनाया जाना चाहिए। जिस देश में यात्रा और जुलूस निकाले जाते हैं, जब जगह की कमी के कारण सड़क पर नमाज पढ़ी जाती है, तो ऐसी सख्ती नहीं दिखानी चाहिए।”