पंजाब के बठिंडा स्थित एक प्राइवेट यूनिवर्सिटी में छात्राओं के कपड़े उतरवाकर जांच करने का मामला सामने आया है। बताया जा रहा है कि हॉस्टल वॉर्डन ने यह कार्रवाई टॉयलेट में सैनेटरी पैड मिलने के बाद की। इसके विरोध में 500 छात्राओं ने प्रदर्शन भी किया। मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक, यूनिवर्सिटी मैनेजमेंट ने शुरुआत में इस मामले को छोटी-सी गलती कहा। हालांकि, विवाद बढ़ने पर उन्होंने कानूनी कार्रवाई किए बिना 4 कर्मचारियों को टर्मिनेट कर दिया। टाइम्स ऑफ इंडिया की रिपोर्ट के मुताबिक, तलवंडी साबो में अकाल यूनिवर्सिटी मैनेजमेंट ने 2 महिला वॉर्डन और 2 महिला सिक्योरिटी गार्ड्स को नौकरी से निकाल दिया।
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आम दिनों के हाल भी खराबः रिपोर्ट के मुताबिक, छात्राओं ने यूनिवर्सिटी पर चारों कर्मचारियों के खिलाफ एक्शन लेने में देरी करने का भी आरोप लगाया। उन्होंने कहा कि कॉलेज में आम दिनों का माहौल भी बेहद खराब है। लड़कों और लड़कियों को आपस में बात तक नहीं करने दी जाती है। प्रदर्शन में शामिल छात्राओं ने बताया कि वे वॉर्डन और अथॉरिटीज के विरोध में खड़ी हैं। उन्होंने सभी वॉर्डन के खिलाफ कानूनी कार्रवाई करने की मांग की।
पहले भी हुई थी ऐसी घटनाः बता दें कि नवंबर 2018 में भी इसी तरह की घटना सामने आई थी। उस दौरान भी टॉयलेट में सैनेटरी पैड फेंकने वाली छात्रा को ढूंढने के लिए महिला टीचर ने एक गांव की करीब 15 लड़कियों के कपड़े उतरवाकर चेकिंग की थी। रिपोर्ट के मुताबिक, वॉर्डन को 2 दिन पहले पता चला था कि टॉयलेट में सैनिटरी नैपकिन फेंके गए हैं। इसके बाद से वह महिला गार्ड्स की मदद से छात्राओं के कपड़े उतरवाकर चेकिंग कर रही थीं। यूनिवर्सिटी के डीन ने बताया कि आरोपी कर्मचारियों की सेवाएं समाप्त कर दी गई हैं।