देशभर में गायों की तस्करी और रक्षा को लेकर चल रही सियासत और मॉब लिंचिंग की घटनाओं के बीच मध्य प्रदेश के आगर मालवा में एक साथ 18 गायों की मौत का मामला सामने आया है। इतनी बड़ी संख्या में गायों की मौत होने से कई गंभीर सवाल उठे हैं। इस घटना के सामने आने के बाद प्रशासन भी सतर्क हो गया है। बताया जा रहा है कि इन गायों की मौत कथित तौर पर ठंड लगने के चलते हुई है। प्रशासन में ठंड से निपटने के इंतजामों को लेकर हड़कंप मच गया है। कमल नाथ सरकार के सामने ऐसी घटनाओं से निपटना बड़ी चुनौती बन रहा है।
कलेक्टर बोले शीतलहर से निपटने की कोशिश जारीः घटना की जानकारी देते हुए आगर-मालवा के कलेक्टर अजय गुप्ता ने कहा, ‘सभी गायों का पोस्टमॉर्टम हो चुका है। हम सुनिश्चित करने की कोशिश कर रहे हैं कि इन गायों की बीमारी बाकी मवेशियों को न लगे जिससे बाकी की जान बचाई जा सके। हम शीतलहर से निपटने के लिए भी कोशिश कर रहे हैं।’
गो-शालाओं की हालत पतलीः हाल ही में कई मीडिया रिपोर्ट्स में दावा किया गया कि स्थानीय निकायों द्वारा संचालित की जाने वाली गोशालाओं में क्षमता से कई गुना गायें हैं। इसके साथ ही आवारा गायों की समस्या भी बड़ी है। सड़क पर घूमते आवारा मवेशियों के चलते अक्सर दुर्घटनाएं होने की बात सामने आती रहती हैं।
मौसम बना मुसीबतः पहाड़ों पर हुई बर्फबारी के चलते मैदानी इलाकों में ठंडी हवाओं का कहर बरकरार है। शीतलहर के चलते इंसानों को ही नहीं मवेशियों को भी दिक्कतों का सामना करना पड़ रहा है। ऐसे में प्रशासन के सामने सभी को सुरक्षा प्रदान करना अपने आप में बड़ी चुनौती बना हुआ है।