महाराष्ट्र के बाद अब गोवा में भी सियासी उठापटक देखने को मिल रही है। आशंका जताई जा रही थी कि यहां कांग्रेस के 9 विधायक बीजेपी में शामिल हो सकते हैं। पर फिलहाल पार्टी नाराज विधायकों को मनाने में कामयाब हो गयी है। सोमवार (11 जुलाई) को विधायक दल की बैठक के लिए गोवा प्रदेश कांग्रेस कमेटी कार्यालय में 11 में से 10 कांग्रेस विधायक पहुंचे। दिगंबर कामत एकमात्र विधायक हैं जो लापता हैं।
गौरतलब है कि गोवा एआईसीसी प्रभारी दिनेश गुंडू राव ने बताया था कि नेता प्रतिपक्ष के पद से माइकल लोबो को हटा दिया गया है और दिगंबर कामत के ऊपर भी एक्शन लिया गया है। कांग्रेस ने पार्टी विरोधी गतिविधियों में शामिल होने पर दो विधायकों माइकल लोबो और दिगंबर कामत के खिलाफ विधानसभा अध्यक्ष के पास पिटिशन फाइल की है।
भाजपा में शामिल होने के लिए 40 करोड़: इससे पहले गोवा कांग्रेस के पूर्व अध्यक्ष गिरीश चोडनकर ने आरोप लगाया था कि पार्टी के विधायकों को भाजपा में शामिल होने के लिए 40 करोड़ रुपये की पेशकश की गई। चोडनकर के मुताबिक उद्योगपतियों और कोयला माफियाओं द्वारा कांग्रेस विधायकों को फोन किया जा रहा है। चोडनकर ने दावा किया कि संपर्क किए गए कुछ विधायकों ने कांग्रेस के गोवा प्रभारी दिनेश गुंडू राव को इस बारे में बताया।
कांग्रेस के सभी विधायक एक साथ: कांग्रेस गोवा प्रभारी दिनेश गुंडू राव ने कहा कि बीजेपी विभाजन की कोशिश कर रही ताकि हमारे कम से कम 8 विधायक चले जाएं। हमारे कई लोगों को बड़ी मात्रा में धन की पेशकश की गई है। मैं पेशकश की गई राशि से हैरान हूं, लेकिन हमारे 6 विधायक डटे रहे, मुझे उन पर गर्व है। दिनेश गुंडू राव ने कहा कि कल हमने गोवा में बैठक की थी। कांग्रेस पार्टी के सभी विधायक एक साथ हैं, लेकिन बीजेपी हमारे विधायकों को हथियाने और डराने-धमकाने की कोशिश कर रही है। पर कांग्रेस के सभी विधायक इकट्ठे हैं।
हालांकि, भाजपा ने इन आरोपों को सिरे से खारिज किया है। गोवा भाजपा के प्रदेश अध्यक्ष सदानंद तनावड़े ने कहा कि कांग्रेस विधायकों से संपर्क करने और पैसे की पेशकश करने के बारे में निराधार आरोप लगा रही है। उन्होंने आगे कहा कि वे सब यही करते रहे हैं, और इन बातों में कोई भी सच्चाई नहीं है।