दीपावली व छठ ने दिल्ली में राजनीतिक दलों को आगामी चुनाव की तैयारियों का हथियार थमा दिया है। इसके लिए निगम सत्ता में काबिज भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) ने इन त्योहारों से पहले दिल्ली को चमकाने की कार्य योजना तैयार की है।
इसकी स्थानीय स्तर पर ही सीधी निगरानी हो सके, इसके लिए पार्टी के विधायकों और अन्य वरिष्ठ नेताओं के साथ 70 विधानसभा० की टीम तैयार करने का फैसला लिया है। इनमें वर्तमान पार्षदों को भी जोड़ा जा रहा है। इस पहल से त्योहारों के बहाने आम जनता से जुड़ा जा सकेगा और निगम चुनाव की जमीन भी तैयार होगी।
निगम चुनाव को लेकर आम आदमी पार्टी (आप) पहले से ही भाजपा पर लगातार हमले बोल रही है। इसका संदेश यह जा रहा था कि दिल्ली में भाजपा के नेताओं ने कोई काम नहीं किया है, लेकिन बीते कुछ दिन में निगम को लेकर भाजपा ने अपनी रणनीति को बदला है और ‘आप’ के जवाब देने भी शुरू किए हैं।
बताया जा रहा है कि त्योहारों से पहले शुरू होने वाले इस अभियान में प्रदेश के उपाध्यक्षों व अन्य नेताओं को लगाया है। पार्टी उपाध्यक्ष वीरेंद्र सचदेवा ने बताया कि पार्टी के आदेश के बाद इस व्यवस्था को लागू करने की तैयारियां हो गई हैं। यह विशेष टीम यह सुनिश्चित करेगी कि हर वार्ड में त्योहारों तक विशेष ख्याल रखा जाए।
इस मुहिम में पार्टी ने जिन भी नेताओं का जोड़ा है। वे सभी पार्टी के सक्रिय व वरिष्ठ नेता हैं। अब तक कुछ नेताओं का विधानसभाओं का जिम्म सौंपा गया है। इनमें पार्टी नेता कुलजीत चहल करावल नगर, हर्ष मल्होत्रा विश्वास नगर, वीरेंद्र सचदेवा कृष्णा नगर, अशोक गोयल देवरा राजेंद्र नगर, सुनील यादव पटेल नगर, पूर्व विधायक सुभाष सचदेवा राजौरी गार्डन, रविंद्र गुप्ता सदर बाजार , प्रवीण शंकर कपूर कस्तूरबा नगर, हरीश खुराना तिलक नगर और आदित्य झा घोंडा का काम संभालेंगे।
निगम फंड को लेकर भाजपा ने ‘आप’ को भेजा कानूनी नोटिस
भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) ने गुरुवार को निगम फंड को लेकर आम आदमी पार्टी (आप) को कानूनी नोटिस भेजा है। भाजपा ने कहा कि पार्टी की ओर से उत्तरी दिल्ली नगर निगम को बदनाम करने के लिए संपत्ति गबन का झूठा आरोप लगाया है। प्रदेश अध्यक्ष आदेश गुप्ता ने कहा कि यह नोटिस मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल और आप नेता दुर्गेश पाठक को भेजा गया है।
इस प्रेसवार्ता में प्रदेश मीडिया प्रमुख नवीन कुमार और प्रदेश प्रवक्ता प्रवीण शंकर कपूर उपस्थित थे। नोटिस में कहा गया है कि सात दिन के अंदर मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल और आम आदमी पार्टी के नेता गलत बयानी पर माफी मांगे अन्यथा भाजपा कानूनी कार्रवाई करेगी। पिछले 6 सालों में दिल्ली सरकार का बजट कुल मिलाकर 3 लाख 50 हजार करोड़ रुपए का है, आखिर यह पैसे कहां खर्च हुए?