आरजेडी के पूर्व सांसद मोहम्मद शहाबुद्दीन ने जेल से छूटने के बाद कहा कि नीतीश कुमार नहीं लालू प्रसाद यादव उनके नेता हैं वाले बयान के बाद रविवार को आरजेडी के वरिष्ठ नेता और पूर्व केंद्रीय मंत्री रघुवंश प्रसाद ने भी नीतीश कुमार के खिलाफ बोला है। बिहार की वैशाली संसदीय सीट से सांसद रहे रघुवंश प्रसाद सिंह ने कहा कि वह नीतीश कुमार को बिहार के मुख्यमंत्री बनाने के लिए राजी नहीं थे। इससे पहले शनिवार को जेल से छूटे शहाबुद्दीन ने नीतीश कुमार को अपना नेता मानने से इनकार कर दिया था।

रघुवंश प्रसाद ने एएनआई से बातचीत में कहा कि नीतीश कुमार को बिहार का मुख्यमंत्री बनाने का फैसला महागठबंधन के नेताओं का था, इसलिए मैंने फैसले को स्वीकार कर लिया। इससे पहले भी रघुवंश प्रसाद नीतीश कुमार पर सीधे हमला कर चुके हैं। कुछ महीने पहले रघुवंश प्रसाद ने बिहार के सीएम नीतीश कुमार को स्वार्थी बताया था। यहीं नहीं आरजेडी नेता ने शराबबंदी को लेकर भी नीतीश कुमार की आलोचना की थी। सिंह ने कहा, ‘नीतीश ने पहले तो बिहार के सभी घरों तक शराब पहुंचाई और अब राजनीतिक महत्वाकांक्षाओं को पूरा करने के लिए बैन लगा रहे हैं। हर कोई जानता है कि बिहार में सबसे ज्यादा राजस्व शराब की बिक्री से आता है।’

गौरतलब है कि बिहार के बाहुबली नेता मोहम्मद शहाबुद्दीन शनिवार को शाही अंदाज में अपने समर्थकों और राजद कार्यकर्ताओं के जोरदार स्वागत के बीच 11 साल बाद जेल से बाहर आए। उन्होंने पार्टी अध्यक्ष लालू प्रसाद की तारीफ की लेकिन साफ किया कि मुख्यमंत्री नीतीश कुमार और उनके बीच कभी अच्छे संबंध नहीं रहे। सीवान से चार बाद सांसद रहे विवादास्पद नेता ने कहा, ‘मेरे लिए लालू प्रसाद नेता हैं और नीतीश कुमार परिस्थितियों के मुख्यमंत्री हैं।’ राजद की राष्ट्रीय समिति के सदस्य शहाबुद्दीन को पार्टी अध्यक्ष लालू प्रसाद का करीबी समझा जाता है। नीतीश कुमार के 2005 में सत्ता में आने के बाद शहाबुद्दीन के खिलाफ कई लंबित मामले फिर से खोले गए और उन्हें जेल भेज दिया गया।  भाजपा नेता सुशील कुमार मोदी के प्रदेश की वर्तमान महागठबंधन सरकार द्वारा शहाबुद्दीन की रिहाई का मार्ग प्रशस्त किए जाने के आरोप पर उन्होंने कहा कि सुशील मोदी को गंभीरतापूर्वक नहीं लिया जाना चाहिए।