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भारत की आध्यात्मिक धरा पर अनेक संतों और महापुरुषों ने जन्म लिया है, जिन्होंने लोगों को प्रेम, शांति और भक्ति का मार्ग दिखाया। ऐसे ही एक महान संत थे गुरुजी छतरपुर वाले, जिन्हें डुगरी वाले गुरुजी और शुक्राना गुरुजी के नाम से भी जाना जाता है। (Photo Source: Guruji Ka Ashram/Facebook)
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उनके भक्तों का मानना है कि वे भगवान शिव के अवतार थे और उन्होंने लाखों लोगों के जीवन को प्रभावित किया। उनके सान्निध्य में रहने वाले भक्तों का कहना है कि उन्होंने कई चमत्कार किए और अनगिनत बीमारियों का इलाज किया। (Photo Source: @gurujikaashramofficial/instagram)
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गुरुजी का प्रारंभिक जीवन
गुरुजी का असली नाम निर्मल सिंह महाराज था। उनका जन्म 7 जुलाई 1952 को पंजाब के डुगरी गांव में हुआ था। बचपन से ही वे आध्यात्म की ओर आकर्षित थे और संतों के सान्निध्य में समय बिताना पसंद करते थे। उनका झुकाव हमेशा ध्यान और साधना की ओर रहा। (Photo Source: @gurujikaashramofficial/instagram) -
गुरुजी ने अपनी स्कूली शिक्षा डुगरी प्राइमरी स्कूल और गवर्नमेंट हाई स्कूल से पूरी की। उन्होंने मलेरकोटला कॉलेज से स्नातक किया और अंग्रेजी और अर्थशास्त्र में डबल एमए की डिग्री प्राप्त की। हालांकि, उन्होंने यह शिक्षा केवल अपने पिता को खुश करने के लिए पूरी की, क्योंकि उनका मन तो आध्यात्मिक मार्ग में ही था। (Photo Source: Guruji Ka Ashram/Facebook)
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गुरुजी का आध्यात्मिक सफर
गुरुजी ने 1975 में अपना घर छोड़ दिया और आध्यात्मिक ज्ञान की खोज में लग गए। वे कई जगहों पर रहे और लोगों की सेवा करने लगे। 1983 में, उन्होंने पंजाब स्कूल एजुकेशन बोर्ड में एक क्लेरिकल असिस्टेंट के रूप में कार्य किया, लेकिन उनका मन सेवा और ध्यान में ही रमा रहता था। (Photo Source: @gurujikaashramofficial/instagram) -
धीरे-धीरे उनकी ख्याति बढ़ने लगी और पंजाब से लेकर दिल्ली, मुंबई तक उनके भक्तों की संख्या बढ़ती गई। उनके पास अलौकिक शक्तियां थीं, जिससे उन्होंने कई लोगों की समस्याओं को हल किया और उनके जीवन को सकारात्मक दिशा दी। (Photo Source: @gurujikaashramofficial/instagram)
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गुरुजी का मंदिर और शिव साधना
1990 के दशक में, गुरुजी ने दिल्ली के छतरपुर के भट्टी माइंस इलाके में एक भव्य शिव मंदिर की स्थापना की, जिसे उनके भक्त बड़ा मंदिर के नाम से जानते हैं। यह मंदिर आज भी उनके अनुयायियों के लिए आस्था और भक्ति का केंद्र बना हुआ है। (Photo Source: Guruji Ka Ashram/Facebook) -
गुरुजी के सत्संगों में चाय और लंगर प्रसाद वितरित किया जाता था, जिसे उनके दिव्य आशीर्वाद से युक्त माना जाता है। भक्तों का मानना है कि इस प्रसाद से कई लोगों को मानसिक और शारीरिक शांति प्राप्त हुई है। (Photo Source: @gurujikaashramofficial/instagram)
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गुरुजी और प्रसिद्ध हस्तियां
गुरुजी के भक्तों की लिस्ट में कई बड़े राजनेता, उद्योगपति और बॉलीवुड हस्तियां शामिल हैं। फाइनेंशियल एक्सप्रेस के मुताबिक, हेमा मालिनी, जैकलीन फर्नांडीज, अनन्या पांडे, चंकी पांडे और कपूर परिवार जैसे कई सितारे गुरुजी के सत्संग में भाग ले चुके हैं। दिवंगत एक्टर ऋषि कपूर और कई अन्य प्रसिद्ध हस्तियां भी गुरुजी के भक्तों में शामिल थीं। (Photo Source: @gurujikaashramofficial/instagram) -
गुरुजी की महासमाधि
गुरुजी ने 31 मई 2007 को महासमाधि ले ली। उनके भौतिक शरीर के चले जाने के बाद भी, उनकी शिक्षाएं और उनका आशीर्वाद भक्तों के जीवन में बना हुआ है। उनके भक्त आज भी बड़े मंदिर में प्रार्थना करने और उनका आशीर्वाद प्राप्त करने जाते हैं। (Photo Source: @gurujikaashramofficial/instagram) -
गुरुजी का संदेश
गुरुजी ने हमेशा प्रेम, दया, और करुणा का संदेश दिया। उन्होंने सिखाया कि सभी धर्म एक समान हैं और ईश्वर एक ही है। उन्होंने अपने भक्तों को जीवन में सकारात्मक रहने और हर परिस्थिति में “शुक्राना” (धन्यवाद) कहने की प्रेरणा दी। (Photo Source: @gurujikaashramofficial/instagram)
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