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दिवाली का त्योहार पूरे भारत में बड़े ही धूमधाम से मनाया जाता है। इस दिन लोग अपने घरों को सजाते भी हैं। तरह-तरह की लाइटें, दीपों, फूलों और अन्य चीजों से घर को साजते हैं। दिवाली के मौके पर भी लोग अपने घरों में रंगोली भी बनाते हैं। लेकिन क्या आपको पता है कि ये रंगोली बनाने की परंपरा कब शुरू हुई थी और पहली बार कब बनाई गई थी? (Photo: Pexels)
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पुराने समय से ही लोग अपने घर के आंगन से लेकर मुख्य द्वार पर रंगोली बनाते आ रहे हैं। सिर्फ दिवाली ही नहीं बल्कि अब दशहरा, 15 अगस्त से लेकर कई और त्योहारों पर भी रंगोली बनाई जाती है। सनातन धर्म में रंगोली को शुभता का प्रतीक माना जाता है। (Photo: Pexels)
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रंगोली शब्द की उत्पत्ति संस्कृत शब्द ‘रंगावल्ली’ से हुई है जिसका मतलब होता है रंगो की पंक्तियां। इसका उल्लेख भारत की कई महत्वपूर्ण प्राचीन लिपियों में मिलता है। यहां तक रामायण और महाभारत में भी रंगोली का वर्णन है। (Photo: Indian Express)
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मान्यताओं के अनुसार भगवान राम जब माता सीता के साथ 14 वर्षों का वनवास काट कर अयोध्या लौटे थे तब लोगों ने उनके स्वागत में पूरे अयोध्या में साफ-सफाई करके हर घर के आंगन और नगर के मुख्य द्वार पर रंगोली बनाई थी। (Photo: Indian Express) दिवाली के मौके पर हर कोई चाहता है कि उसका घर सबसे अलग दिखे। ऐसे में अगर आप भी इस दिवाली अपने घर को सबसे अलग सजाना चाहते हैं ये टिप्स आपके काम आ सकते हैं वो भी बेहद कम समय में।
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इसके साथ ही पूरे अयोध्या को दीपों से सजाया गया था। तब से ही प्रत्येक वर्ष दिवाली के मौके पर दीप जलाने के साथ ही घरों में रंगोली बनाने की भी परंपरा शुरू हुई। (Photo: Pexels)
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भारत में रंगोली बनाने का पहला साक्ष्य मोहन जोदड़ो और हड़प्पा सभ्यताओं में भी मिले हैं। पुरातत्व विभाग के अनुसार इन दोनों सभ्यताओं में अल्पना के चिन्ह मिले हैं जो रंगोली से काफी मिलती जुलती है। मान्यताओं के अनुसार अल्पना, वात्स्यायन के काम सूत्र में वर्णित चौंसठ कलाओं में से एक है। (Photo: Pexels)
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मान्यताओं के अनुसार दिवाली के दिन माता लक्ष्मी हर घर जाती हैं ऐसे में उनके आगमन के लिए मुख्य द्वार को आकर्षक और सुंदर बनाने के लिए लोग अपने घरों में रंगोली बनाते हैं। (Photo: Pexels) धनतेरस के दिन सोना, चांदी, तांबा और अन्य धातुओं को खरीदना शुभ माना जाता है। जो लोग ये नहीं खरीद सकते वो यहां बताई गई ये 5 चीजें खरीद सकते हैं। इन चीजों को घर में लाने से आर्थिक तंगी दूर हो सकती है।
