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मराठी मूवी सैराट ने 85 करोड़ रुपए का बिजनेस करके रीजनल सिनेमा के सारे रिकोर्ड तोड़ दिए हैं। सैराट मूवी ने आर्ची की भूमिका निभाने वाली 15 वर्षीय रिंकू राजगुरु को रातोंरात स्टार बना दिया। रिंकू ने अभी कक्षा नौवीं का एग्जाम पास किया है, जिसमें 80 फीसदी से ज्यादा अंक हासिल किए हैं। रिंकू ने इस फिल्म के लिए नेशनल अवार्ड भी जीता है। रिंकू महाराष्ट्र के सूखाग्रस्त जिले सोलापुर के छोटे से कस्बे अकलुज की शिक्षक कॉलोनी में रहती हैं। अगली स्लाइड्स में जानिए रिंकू की जिंदगी से जुड़े अन्य FACTS…
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रिंकू का कोई फिल्मी बैकग्राउंड नहीं हैं ऐसे में उन्हें आर्ची की भूमिका कैसे मिल गई। इस बारे में उनके पिता महादेव राजगुरु का कहना है कि मूवी के डायरेक्टर नागराज मंजुले अकलुज में ऑडिशन ले रहे थे। मंजुले और रिंकू की नानी एक ही गांव की हैं तो मैं पहले दिन से उनसे मिलने गया। जब मैंने उन्हें अपनी बेटी के बारे में बताया तो उन्होंने कहा कि दूसरे दिन अपने साथ लाना। अगले दिन उन्होंने कुछ दूर से आते हुए देखा और एक डायलॉग बोलने के लिए कहा। उसके बाद वह रिंकू के प्रदर्शन से खुश हो गए। इस तरह वह फिल्म में सलेक्ट हो गईं।'
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रिंकू के पिता ने साथ ही बताया कि मंजुले ने रिंकू से अपनी पर्सनलिटी पर काम करने के लिए कहा। उसके बाद से रिंकू ने पूरे साल अच्छे से मेहनत की। वह सुबह जल्दी उठकर घूमने जाती थीं और अपने खानपान का ख्याल रखती थीं।
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रिंकू ने इस बार नौवीं कक्षा 81 फीसदी अंकों के साथ पास की है। वह अब दसवीं कक्षा में एडमिशन लेंगी। रिंकू अपने कस्बे के जीजामाता कन्या पाठशाला में पढ़ती हैं।
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रिंकू ने एक टीवी चैनल से बात करते हुए कहा कि वे अपनी पढ़ाई जारी रखेंगी और डॉक्टर बनना चाहती हैं। साथ ही उन्होंने कहा कि अगर उन्हें कोई फिल्म भी मिलती है तो वह भी खुशी खुशी करेंगी।
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रिंकू के साथ उनकी क्लास में आखिरी बैंच शेयर करने वालीं सेल्वी का कहना है कि फिल्म में उन्हें बहुत ही कड़क स्वभाव का दिखाया गया है, लेकिन असलियत में वे बहुत ही विनम्र स्वभाव की हैं।
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रिंकू के स्कूल टीचर का कहना है कि वे स्कूल में मिलनसार स्वभाव वाली लड़की हैं। साथ ही बताया कि रिंकू स्कूल के टॉप फाइव छात्रों में से एक हैं। नेशनल अवार्ड की घोषणा के दूसरे दिन ही रिंकू अपने स्कूल में पेपर देने पहुंची थीं।
रिंकू के स्कूल के अन्य दोस्तों का कहना है कि जब भी वे शूटिंग से फ्री होकर आती थी तो किसी तरह का कोई घमंड नहीं था। वे चाहती थीं कि वे अपने दोस्तों के साथ अपनी मूवी देखें। साथ ही बताया कि रिंकू चाहती थी कि दोस्त उसके बुलैट और ट्रैक्टर चलाने वाले सीन देखें। -
रिंक के स्कूल टीचर विलास काते का कहना है कि वह अपनी क्लास में सबसे लंबी थीं तो सबसे पीछे की बैंच पर बैठती थीं। पीछे की बैंच पर वे अपनी मर्जी से ही बैठती थीं। साथ ही बताया कि उसकी मैथ्स पर अच्छी पकड़ थी।
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मार्च तक रिंकू अपने घर से स्कूल साइकिल पर आती थीं। अप्रैल में एग्जाम के दौरान वह स्कूटी से आई थीं।
पहले सप्ताह में ही 25 करोड़ रुपए कमाने वाली सैराट की चारों तरफ तारीफ की जा रही है। मूवी की कहानी एक ऊंची जाति की लड़की और नीची जाति के लड़के की प्रेम कहानी दिखाई गई है। -
अंग्रेजी अखबार मुंबई मिरर की रिपोर्ट के मुताबिक मूवी के प्रोड्यूसर नितिन केनी और निखिल सने ने रिंकू और आकाश को पांच-पांच करोड़ रुपए बोनस देने की भी घोषणा की है। इसके साथ ही मूवी के कास्ट और क्रू मेंबर्स को भी बोनस के रूप में कुछ रुपए दिए जाएंगे।
