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भगवान श्रीकृष्ण के बाल स्वरूप को लड्डू गोपाल कहा जाता है और कई लोग उनके बाल गोपाल रूप की मूर्ति घर में रखकर पूजा-अर्चना करते हैं। (Photo: Pexels)
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लड्डू गोपाल को लोग सुबह स्नान कराकर ने वस्त्र पहनाते हैं और भोग लगाते हैं। लेकिन अक्सर लोगों का सवाल रहता है कि लहसुन-प्याज खाने वाले लड्डू गोपाल की सेवा कैसे करें। आइए प्रेमानंद महाराज से जानते हैं: (Photo: Pexels)
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प्रेमानंद महाराज के अनुसार लड्डू गोपाल को अगर घर में रखें हैं तो उनकी सेवा बच्चों की तरह करनी चाहिए। जिस तरह आप अपने बच्चों की देखभाल करते हैं ठीक उसी तरह लड्डू गोपाल की भी सेवा करनी चाहिए। (Photo: PremanandJi Maharaj/FB)
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जब भी लड्डू गोपाल को भोग लगाएं तो उसमें तुलसी का पत्ता जरूर डालें। कहते हैं कि तुलसी के बिना भगवान भोग ग्रहण नहीं करते हैं। (Photo: Pexels)
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प्रेमानंद महाराज कहते हैं कि जिस तरह आलू का पैदावार होता है ठीक उसी पद्धति से प्याज भी उगाई जाती है। बस अंतर ये होता है कि प्याज और लहसुन घोर तमोगुणी है इसी वजह से साधु-संतों ने उसे निषेध किया है। (Photo: Freepik)
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इसके आगे वो कहते हैं कि प्याज को साधु-संतों ने इसलिए निषेध किया है क्योंकि हमें तमोगुण, रजोगुण त्याग करते हुए सतोगुण होते हुए भजन में बढ़ना है। (Photo: PremanandJi Maharaj/FB) पूजा में रोज पढ़ते हैं मंत्र? प्रेमानंद महाराज से जानें जाप करना चाहिए या नहीं
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प्रेमानंद महाराज के अनुसार, प्याज का सेवन कोई पाप का कार्य नहीं है। लेकिन ये भजन में विघ्न है। साधु-महात्मा और जो भगवत मार्ग में अच्छे से चल रहे हैं वो लोग प्याज-लहसुन का सेवन नहीं करते हैं। (Photo: PremanandJi Maharaj/FB)
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प्रेमानंद महाराज कहते हैं कि उस पदार्थ का सेवन नहीं करना चाहिए जिसमें दूसरों को कष्ट होता है जैसे मांस-मछली। (Photo: PremanandJi Maharaj/FB)
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प्याज और लहसुन खाना पाप नहीं है। ये तमोगुणी है जो भजन में विरोधी भाव पैदा करता है इसलिए इसके सेवन से मना किया जाता है। (Photo: Pexels)
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प्रेमानंद महाराज कहते हैं कि इसलिए ठाकुर जी को बिना प्याज और लहसुन से बने भोजन का भोग लगाना चाहिए। (Photo: Pexels)
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घर में जब सबके लिए भोजन बनता है तो थोड़ा सा लड्डू-गोपाल के लिए बिना-प्याज लहसुन वाला भोजन अलग बर्तन में बना लें और इसे बनाने में ज्यादा समय भी नहीं लगेगा। (Photo: PremanandJi Maharaj/FB)
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इसके साथ में चाहे तो ठाकुर जी को उसी रोटी का भोग लगा सकते हैं जो सबके लिए बनी हो। (Photo: Pexels)
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प्रेमानंद महाराज कहते हैं कि अब जिसको खाना है वो खाएगा है। भक्ति लड़ाई-झगड़े से नहीं बल्कि प्रेम से है। लेकिन दीक्षा लेने के बाद प्याज और लहसुन का सेवन भूलकर भी नहीं करना चाहिए। (Photo: Pexels) मन में आते हैं गंदे विचार तो प्रेमानंद महाराज से जानें इसे कैसे काबू में करें?