-

पाकिस्तान के बलूच अलगाववादी विद्रोहियों ने बलूचिस्तान प्रांत में मंगलवार को एक ट्रेन को हाईजैक कर लिया है। ये जाफर एक्सप्रेस ट्रेन है जिसमें करीब 500 यात्री सवार थे। (Photo: AP)
-
ट्रेन हाईजैक की जिम्मेदारी बलूच लिबरेशन आर्मी ने ली है और उन्होंने दावा किया है कि ट्रेन के 214 यात्रियों को बंधक बना लिया है। साथ ही पाकिस्तानी सेना के 30 जवानों को उन्होंने मार दिया है। (Photo: AP)
-
BLA ने यह भी धमकी दी है कि अगर सुरक्षा बल पीछे नहीं हटे तो वे सभी बंधकों को मौत के घाट उतार देंगे। पाकिस्तानी सुरक्षा बलों ने करीब 16 विद्रोहियों को मार गिराया और 104 यात्रियों को रेस्क्यू कर लिया है। (Photo: AP)
-
ऐसे में यहां पर पाकिस्तानी फौज पूरी तरह से तैनात हो चुकी है लेकिन। लेकिन पाकिस्तान आर्मी के सबसे खूंखार कमांडो कौन हैं। (Photo: ISPR/FB)
-
भारतीय आर्मी के सबसे खूंखार NSG कमांडों हैं जिनका नाम सुनते ही दुश्मन कांपने लगते हैं। नेशनल सिक्योरिटी गार्ड (NSG) की स्थापना आतंकी घटनाओं से निपटने के लिए की गई है। इन्हें विशेष परिस्थितियों से निपटने के लिए प्रशिक्षित किया जाता है। (Photo: Pexels)
-
पाकिस्तान आर्मी के पास भी कमांडो फोर्स है जिन्हें स्पेशल ऑपरेशन से निपटने के लिए ट्रेनिंग दी जाती है। आइए जानते हैं पाकिस्तानी कमांडो के बारे में: (Photo: Pexels)
-
पाकिस्तान के कमांडो फोर्स का नाम स्पेशल सर्विस ग्रुप (SSG) है। इनकी ट्रेनिंग भी बेहद खतरनाक होती है। (Photo: ISPR/FB)
-
पाकिस्तानी स्पेशल सर्विस ग्रुप (SSG) आतंकी हमलों से निपटने में माहिर होते हैं। इन्हें आधुनिक हथियारों को चलाने के साथ ही हाईजैक जैसी घटनाओं से भी निपटने की ट्रेनिंग दी जाती है। (Photo: ISPR/FB)
-
पाकिस्तानी कमांडो फोर्स (SSG) की ट्रेनिंग 9 महीनों तक चलती है। इनकी ट्रेनिंग कितनी खतरनाक होती है इसका अंदाजा इसी से लगा ले कि SSG का ड्रॉप आउट रेट 80-90 फीसदी है। (Photo: ISPR/FB)
-
मतलब 100 में से 80-90 जवान ट्रेनिंग के दौरान ही हार मान लेते हैं और पूरा नहीं कर पाते हैं। इन्हें शारीरिक और मानसिक रूप से दोनों ही तरह से हर परिस्थिति में निपटने के लिए तैयार किया जाता है। (Photo: ISPR/FB)
-
पाकिस्तानी स्पेशल सर्विस ग्रुप (SSG) को ट्रेनिंग के लिए अमेरिकी नौसेना के सील कमांडो के पास भी भेजा जाता है। (Photo: Indian Express)
-
पाकिस्तान ने SSG को पांच प्रमुख मिशन सौंपे जाते हैं जिसमें विदेशी आंतरिक रक्षा, टोही, डायरेक्ट एक्शन, आतंकवाद विरोधी और अपरंपरागत युद्ध शामिल हैं। (Photo: Pexels) पाकिस्तानी सेना का दावा- हाईजैक ट्रेन से छुड़ाए 104 बंधक, 30 जवानों की मौत की खबर