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नेपाल में एक जीवित देवी हैं जिन्हें लोग कुमारी कहते हैं। आज जहां भगवान या देवी इस धरती पर नहीं हैं तो वहीं नेपाल में जीवित देवी हैं जिनके दर्शन के लिए लोग दूर-दूर से आते हैं। (Photo: Indian Express)
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दरअसल, नेपाली धार्मिक परंपराओं में जीवित देवी या कुमारी देवी की पूजा करने की परंपरा है। इन्हें साक्षात काली देवी का रूप माना जाता है। माना जाता है कि ये देवियां लोगों को आपदा से बचाती हैं। इस कारण नेपाल के लोगों की इन देवियों पर अटूट आस्था है। (Photo: Indian Express)
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ऐसा माना जाता है कि कुमारी देवी पर देवी तालेजू या दुर्गा का साया है। नेपाल में जब साल 2015 में भूकंप आया था तब सब कुछ तबाह हो गया था लेकिन कुमारी देवी के मंदिर को कुछ नुकसान नहीं हुआ था। (Photo: Chanira Bajracharya/Insta)
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नेपाल में महाकाली का स्वरूप माने जाने वाली जीवित देवी शाक्य या वज्रचार्य जाति की होती हैं। नेपाल में 11 देवियां होती हैं जिनमें से ‘कुमारी देवी’ या ‘रॉयल देवी’ को सबसे प्रमुख माना गया है। कुमारी देवी का चयन करते समय बच्चियों को 32 बेहद कड़ी चुनौतियों से होकर गुजरना होता है। (Photo: Chanira Bajracharya/Insta) जब नेपाल के बारे में बात हो रही है तो ये भी जान लीजिए कि भारत इस पड़ोसी देश को क्या-क्या चीजें भेजता है?
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इसके लिए बच्चियों की जन्म कुंडली और ग्रह स्थिति भी देखी जाती है। इन लड़कियों को नेपाल धर्म में अविनाशी का दर्जा दिया गया है। कुमारी देवी बनने के बाद लड़कियां कुमारी घर में रहती हैं जहां उनकी हर रोज पूजा की जाती है। (Photo: Kumari – Living Goddess of Nepal/FB)
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कुमारी देवी के चयन में बच्चियों का शंख के समान गर्दन, बरगद के पेड़ जैसा शरीर, गाय की तरह पलकें, हिरणी जैसी जांघें, शेर जैसी छाती और बत्तख की तरह कोमल और स्पष्ट आवाज होनी चाहिए। (Photo: Kumari – Living Goddess of Nepal/FB)
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कुमारी देवी दूसरे बच्चों की तरह खेल नहीं सकती और न ही घर से बाहर निकल सकती हैं। ये घर से बाहर सिर्फ विशेष अवसरों पर निकलती हैं। इसके साथ ही उनके कदम जमीन पर नहीं पड़ने चाहिए। उन्हें डोली में घर से बाहर लेकर जाया जाता है। (Photo: Indian Express)
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इन लड़कियों को 3 साल की उम्र से ही परिवार से दूर कर दिया जाता है और जब तक मासिक धर्म शुरू नहीं हो जाता तब तक ये लड़कियां कुमारी देवी के पद पर बनी रहती हैं। (Photo: Chanira Bajracharya/Insta)
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मासिक धर्म शुरू हो जाने के बाद दूसरी कन्या को कुमारी देवी के लिए चयन किया जाता है। वहीं, पूर्व कुमारी देवियों को आजीवन पेंशन दी जाती है। (Photo: Indian Express)
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चयन के दौरान बच्चियों को एक अंधेरे कमरे में ले जाया जाता है जहां उनके सामने भैंसे का कटा हुआ सिर रखा जाता है। दानवों की वेशभूषा में पुरुष उनके सामने नाचते हैं। यह दृश्य बेहद ही भयावह होता है। जो लड़की इस दृश्य को देखकर विचलित नहीं होती है और निडर होकर सामना करती है उसे कुमारी देवी का दर्जा दिया जाता है। (Photo: Chanira Bajracharya/Insta) नेपाल से ही सबसे अधिक भारत में तस्करी भी होती है। लेकिन किस चीज की होती है? यहां जानेें: