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दही हांडी पर्व महाराष्ट्र समेत भारत के अन्य राज्यों में भी बड़ी धूमधाम से मनाया जाता है। यह त्यौहार भगवान कृष्ण की बचपन की लीलाओं, विशेष रूप से ‘माखन चोर’ के रूप में उनकी प्रसिद्ध लीलाओं में से एक की याद में मनाया जाता है। (PTI Photo)
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मान्यता के अनुसार, बचपन में भगवान कृष्ण को दही और मक्खन बहुत पसंद था। पौराणिक कथा के अनुसार, दही हांडी फोड़ने की परंपरा तब शुरू हुई जब इंद्र देवता की वर्षा से लोगों की रक्षा करने के लिए भगवान कृष्ण ने गोवर्धन पर्वत को उठा लिया। (PTI Photo)
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भारी बारिश से भगवान कृष्ण ने इस तरह से सभी नगरवासियों की रक्षा की थी। इस घटना के बाद, गोपियों ने कृष्ण की प्रशंसा में दही हांडी लगाई और युवाओं को उसे फोड़ने की चुनौती दी। (PTI Photo)
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धीरे-धीरे यह परंपरा पूरे क्षेत्र में फैल गई और उस खास दिन को दही हांडी पर्व के रूप में मनाया जाने लगा। वहीं आज के समय में भी भक्त कृष्ण जन्माष्टमी के बाद दही हांडी के जरिए उनके बचपन के दिनों को फिर से ताजा करते हैं। (PTI Photo)
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यह त्यौहार कृष्ण जन्माष्टमी के दूसरे दिन यानी कृष्ण पक्ष की नवमी तिथि को मनाया जाता है। वहीं मुंबई में दही हांडी कई सालों से मनाया जा रहा है। (PTI Photo)
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इस त्योहार में दही की एक हांडी (मटकी) को काफी ऊंचाई में बांध दिया जाता है। फिर कान्हा की एक टोली इस दही से भरी हांडी को ह्यूमन पिरामिड बनाकर फोड़ने की कोशिश करती है। (PTI Photo)
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दरअसल, मुंबई और आसपास के शहरों में राजनेताओं द्वारा समर्थित कुछ दही हांडी कार्यक्रम बड़ी पुरस्कार राशि, मशहूर हस्तियों की मौजूदगी और वहां आयोजित मनोरंजन कार्यक्रमों के कारण प्रसिद्ध हो गए हैं। इन कार्यक्रमों में भारी भीड़ उमड़ती है। (Express Photo By Ganesh Shirsekar)
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जन्माष्टमी के अवसर पर मुंबई और ठाणे शहरों में दशकों से मनाए जाने वाले इस लोकप्रिय त्योहार के लिए लाखों रुपये के पुरस्कार भी रखे जाते हैं। जिसने इस हांडी को फोड़ दिया, उस टोली को बतौर इनाम मोटी धनराशि दी जाती है। (Express Photo By Ganesh Shirsekar)
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इस साल भी मुंबई और ठाणे के विभिन्न हिस्सों में दही हांडी यानी मटकी फोड़ने के लिए धूम रही। इस कार्यक्रम में लड़कियों ने भी बढ़-चढ़कर हिस्सा लिया और ह्यूमन पिरामिड बनाकर दही हांडी फोड़ी। (PTI Photo)
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इस आयोजन में लड़कियों का उत्साह भी देखने लायक था। उन्होंने भी बिना किसी हिचक के पिरामिड में शामिल होकर मटकी फोड़ने में अपनी भूमिका निभाई। (Express Photo By Ganesh Shirsekar)
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मुंबई-ठाणे के विभिन्न इलाकों से आई मनमोहक तस्वीरों में बच्चों और युवाओं की टोलियों को रंग-बिरंगे कपड़ों में, मटकी फोड़ते हुए और खुशी से झूमते हुए देखा जा सकता है। (Express Photo By Ganesh Shirsekar)
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