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भारतीय राजनीति में कई नेता ऐसे रहे हैं जिनकी दोस्ती काफी चर्चित है या फिर रही। मौजूदा वक्त में देखें तो अमित शाह (Amit Shah) और नरेंद्र मोदी (Narendra Modi) बहुत अच्छे दोस्त हैं। देश में कई राजनेताओं की दोस्ती काल ने तोड़ दी। हालांकि उनकी दोस्ती हमेशा के लिए इतिहास में दर्ज हो चुकी है। आइए जानें ऐसे ही नेताओं के नाम जिनकी दोस्ती आखिरी सांस के साथ हमेशा के लिए खत्म हो गई:
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अमर सिंह और मुलायम सिंह यादव की दोस्ती तीस सालों की रही। इन सालों में दोनों के रिश्तों में कई बार उतार चढ़ाव आए लेकिन दोस्ती बरकरार रही। अगस्त 2020 में अमर सिंह के निधन के साथ ही इस मित्रता का हमेशा के लिए अंत हो गया। (यह भी पढ़ें – जब अमर सिंह ने मणिशंकर अय्यर की कर दी थी पिटाई, मुलायम सिंह की मां पर किया था ऐसा कमेंट)
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पूर्व पीएम अटल बिहारी वाजपेयी और लाल कृष्ण आडवाणी ने कई दशक एक दूसरे के सहकर्मी और दोस्त की तरह बिताए। अगस्त 2018 में अटल बिहारी के निधन के बाद आडवाणी अकेले रह गए।
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मध्य प्रदेश के पूर्व सीएम कमलनाथ और संजय गांधी भी बहुत अच्छे दोस्त थे। इंदिरा गांधी कमलनाथ को अपना तीसरा बेटा मानती थीं। 23 जून 1980 को संजय गांधी के निधन के साथ ये दोस्ती खत्म हो गई। (यह भी पढ़ें – राजा भैया से ज्योतिरादित्य सिंधिया तक, आपस में जीजा साले हैं ये 15 राजनेता)
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लालू प्रसाद यादव और रघुवंश प्रसाद सिंह 32 दोस्त रहे। 13 सितंबर 2020 को रघुवंश प्रसाद सिंह के निधन के साथ इस दोस्ती का अंत हो गया। हालांकि निधन से सालभर पहले ही रघुवंश प्रसाद ने खुद को लालू की राजनीति से अलग कर लिया था।
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तमिलनाडु की पूर्व सीएम जयललिता और शशिकला आजीवन अच्छी दोस्त रहीं। जयललिता की मौत के बाद शशिकला अकेली रह गईं। (यह भी पढ़ें – जयललिता से कंगना रनौत तक, ‘एडल्ट’ थी इन 5 मशहूर एक्ट्रेसेज की पहली फिल्म)
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अमिताभ बच्चन और राजीव गांधी की दोस्ती भी जगजाहिर थी। बचपन से ही अमिताभ और राजीव दोस्त थे। राजीव गांधी के कहने पर ही अमिताभ ने राजनीति में कदम भी रखा था।राजीव गांधी की हत्या ने अमिताभ से उनका बेहतरीन दोस्त छीन लिया। राजीव गांधी के निधन के बाद अमिताभ के गांधी परिवार से रिश्ते भी खराब हो गए। (यह भी पढ़ें – 13 महीने छोटे हैं अखिलेश योगी आदित्यनाथ से, जानिए इन 10 विरोधी नेताओं के बीच है कितने साल का अंतर)
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मुलायम सिंह यादव और बेनी प्रसाद वर्मा भी बहुत अच्छे दोस्त थे। बेनी वर्मा समाजवादी पार्टी के संस्थापक सदस्यों में से एक थे। इन दोनों के बीच एक बार राजनीतिक मतभेद भी हुआ लेकिन दोस्ती बनी रही। अमर सिंह की तरह ही काल ने मुलायम से बेनी वर्मा को भी अलग कर दिया था। (यह भी पढ़ें- मुलायम के फैसलों में दिखती थी अमर सिंह की छाप, भारतीय राजनीति में मशहूर है दोस्तों की ये 7 जोड़ियां)
