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महाकुंभ मेला एक ऐतिहासिक और धार्मिक आयोजन है, जो हर 12 साल में एक बार प्रयागराज में आयोजित होता है। इस अवसर पर लाखों श्रद्धालु और पर्यटक यहां आते हैं, न केवल कुंभ स्नान के लिए, बल्कि शहर के ऐतिहासिक और धार्मिक स्थलों की सैर करने के लिए भी। अगर आप महाकुंभ मेला 2025 में भाग ले रहे हैं, तो यह आर्टिकल आपके लिए मददगार साबित हो सकता है। यहां हम आपको 10 ऐसे प्रमुख स्थलों के बारे में बता रहे हैं, जो आपको इस यात्रा के दौरान जरूर देखने चाहिए। (Photo Source: kumbh.gov.in)
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Triveni Sangam
त्रिवेणी संगम, प्रयागराज का सबसे प्रमुख धार्मिक स्थल है, जहां तीन नदियां – गंगा, यमुन और सरस्वती – मिलती हैं। यह स्थल न केवल धार्मिक महत्व रखता है, बल्कि यह कुंभ मेला का मुख्य आकर्षण भी है। यहां स्नान करने से पापों से मुक्ति मिलती है, और यह स्थान भारतीय संस्कृति में विशेष रूप से सम्मानित है। (Photo Source: prayagrajsangam.in) -
Allahabad Fort
इलाहाबाद किला, मुगल सम्राट अकबर द्वारा 1583 में बनवाया गया था। यह किला यमुनाजी के किनारे स्थित है और भारतीय पुरातत्व सर्वेक्षण द्वारा राष्ट्रीय महत्व के स्मारक के रूप में वर्गीकृत किया गया है। किले के भीतर एक पाषाण शिलालेख भी पाया गया है, जिसमें 1583 को किले की स्थापना का वर्ष बताया गया है। (Photo Source: Facebook) -
Anand Bhavan
आनंद भवन, नेहरू परिवार से जुड़ा हुआ एक ऐतिहासिक स्थल है। यह महल भारतीय स्वतंत्रता संग्राम और नेहरू परिवार की राजनीति का एक महत्वपूर्ण केंद्र रहा है। यहां जवाहरलाल नेहरू का निजी संग्रहालय और जॉवाहर प्लेनेटेरियम भी स्थित है, जो विज्ञान और खगोलशास्त्र के प्रति जागरूकता फैलाता है। (Photo Source: prayagraj.nic.in) -
Khusro Bagh
खुशरो बाग, एक ऐतिहासिक मकबरा परिसर है, जहां मुगल शहजादे खुशरो मिर्जा और उनकी मां का मकबरा स्थित हैं। यह स्थल प्रयागराज रेलवे स्टेशन के बिल्कुल पास है और अपने ऐतिहासिक महत्व और खूबसूरत बाग-बगिचों के लिए प्रसिद्ध है। (Photo Source: prayagraj.nic.in) -
Bharadwaj Ashram
भारद्वाज आश्रम, प्रयागराज के कॉलोनलगंज में स्थित है। यह आश्रम महर्षि भारद्वाज द्वारा स्थापित किया गया था और यहां भगवान शिव के एक प्रसिद्ध शिवलिंग की पूजा की जाती है। यह स्थल भारतीय संस्कृति और धार्मिकता को समझने का एक महत्वपूर्ण केंद्र है, विशेष रूप से कुंभ मेला के दौरान। (Photo Source: thekumbhmelaindia.com) -
Chandra Shekhar Azad Park (Alfred Park)
यह पार्क 1870 में बनाया गया था और 1931 में स्वतंत्रता सेनानी चंद्रशेखर आजाद की शहादत स्थल के रूप में प्रसिद्ध है। इसे पहले अल्फ्रेड पार्क कहा जाता था, और यह प्रयागराज का सबसे बड़ा पार्क है, जहां हर साल स्वतंत्रता संग्राम के इतिहास को याद किया जाता है। (Photo Source: prayagraj.nic.in) -
Ashoka Pillar
अशोक स्तंभ, मौर्य सम्राट अशोक द्वारा स्थापित एक ऐतिहासिक स्तंभ है, जो भारतीय स्थापत्य कला का बड़ा उदाहरण है। इस स्तंभ पर अशोक के धर्म edicts लिखे गए हैं और यह भारतीय इतिहास का महत्वपूर्ण हिस्सा है। प्रयागराज में अशोक स्तंभ एक प्रमुख आकर्षण है, जिसे देखना आपके लिए दिलचस्प अनुभव होगा। (Photo Source: prayagrajonline.in) -
All Saints Cathedral
ऑल सेंट्स कैथेड्रल, जिसे ‘पत्थर गिरजा’ भी कहा जाता है, एक गॉथिक स्टाइल में निर्मित चर्च है, जो ब्रिटिश काल का ऐतिहासिक धरोहर है। यह चर्च प्रयागराज के प्रमुख स्थलों में से एक है, जो अपनी वास्तुकला और धार्मिक महत्व के लिए प्रसिद्ध है। (Photo Souce: tourmyindia.com) -
Allahabad High Court
इलाहाबाद हाईकोर्ट, जो 1866 में स्थापित हुआ था, भारत के सबसे पुराने उच्च न्यायालयों में से एक है। यह न्यायिक इतिहास के दृष्टिकोण से महत्वपूर्ण है और यहां की अद्भुत वास्तुकला और सांस्कृतिक धरोहर भी दर्शनीय है। (Photo Source: livelaw.in) -
Nagvasuki Temple
नागवसुकी मंदिर प्रयागराज के दरगंज में स्थित है और यह भगवान वासुकी (सर्पों के राजा) को समर्पित है। यह मंदिर एक पवित्र स्थल है, जहां खासतौर पर कद्वा सरपा दोष से मुक्ति के लिए भक्त आते हैं। यहां हर साल नागपंचमी के दिन मेले का आयोजन होता है, जिसमें हजारों श्रद्धालु आते हैं। (Photo Soure: thekumbhyatra.com)
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