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आंध्र प्रदेश के तिरुपति मंदिर के लड्डू प्रसादम का मामला लगातार तूल पकड़ता जा रहा है। मुख्यमंत्री चंद्रबाबू नायडू ने आरोप लगाया है कि पिछली सरकार में जिस घी से लड्डू का प्रसाद तैयार किया जाता था उसमें मछली के तले और जानवरों की चर्बी की मिलावट पाई गई है। एक किलो में घी में जितनी जानवरों की चर्बी मिलाई जाती है ये जानकर आप हैरान रह जाएंगे। आइए जानते हैं कैसे बनाया जाता है नकली घी और भारत में सबसे अधिक किस राज्य में होता है इसके उत्पादन और इसके फायदे? (Photo: Indian Express)
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कैसे तैयार होता है नकली घी?
नकली घी को तैयार करने के लिए उसमें लार्ड (सफेद पदार्थ) जो सूअर की चर्बी को पिघला कर निकाला जाता है। मिलावटी घी को दानेदार बनाने के लिए उसमें घी जैसी सफेद परत और चिकनाहट के लिए जानवरों की चर्बी पिघलाकर डाली जाती है। इसके बाद ये पहचान पाना मुश्किल हो जाता है कि ये असली घी या मिलावटी। (Photo: Indian Express) -
मिलावटी घी में चर्बी?
एक रिपोर्ट की मानें तो एक किलो घी में करीब 500 ग्राम जानवरों की चर्बी, 300 ग्राम रिफाइंड पाम ऑयल, फिश ऑयल, 200 ग्राम देसी घी और 100 ग्राम केमिकल मिलाया जाता है। घी में जो केमिकल मिलाया जाता है उससे जानवरों की चर्बी की दुर्गंध गायब हो जाती है और देसी घी की सुगंध आने लगती है। ऐसे में मिलाटवी और असली घी का पहचान कर पाना मुश्लिक हो जाता है। (Photo: Freepik) -
किस राज्य में घी का उत्पादन सबसे अधिक?
भारत में सबसे अधिक घी का उत्पादन उत्तर प्रदेश में होता है। इसके साथ ही पूरी दुनिया में सबसे अधिक घी का उत्पादन भारत ही करता है। सरकारी आंकड़ों की मानें तो भारत में साल 2020 में 170 मीट्रिक टन देसी घी का उत्पादन हुआ था। उत्तर प्रदेश के बाद पंजाब, राजस्थान और गुजरात में भी घी का उत्पादन खूब होता है। (Photo: Freepik) -
हिंदू धर्म में घी का महत्व
भारत में प्राचीन काल से ही घी का उत्पादन और उपयोग होता आ रहा है। हमारे वेदों में भी गाय के घी का विस्तार से वर्णन मिलता है। हिंदू धर्म में घी का विशेष महत्व है। इसका उपयोग न सिर्फ खाने में बल्कि पूजा-पाठ और औषधि के रूप में सदियों से होता आ रहा है। (Photo: Indian Express) -
देसी घी में पाए जाने वाले पोषक तत्व
गाय के घी में हेल्दी फैट पाया जाता है। इसमें विटामिन ए, विटामिन ई, विटामिन के और ओमेगा 3 फैटी एसिड अच्छी मात्रा में पाया जाता है जो बेहद ही फायदेमंद होते हैं। इसके सेवन से कई सारी समस्याएं दूर हो सकती हैं। (Photo: Pexels) -
पाचन
पुराने समय में लोग भोजन से पहले एक चम्मच घी खा लेते थे। इससे आंत सही ढंग से काम करता है और साथ ही अल्सर और कैंसर जैसी गंभीर बीमारियों के होने का खतरा भी कम हो जाता है। पाचन क्रिया सही ढंग से काम करती है। (Photo: Freepik) -
इम्यूनिटी
घी में ब्यूटिरिक एसिड अच्छी मात्रा में पाया जाता है जो बॉडी में बीमारियों से लड़ने वाली टी सेल्स का उत्पादन करने में मदद करती है। ऐसे में इसके सेवन से इम्यूनिटी बूस्ट होती है। (Photo: Freepik) -
स्किन
घी त्वचा के लिए भी बेहद ही लाभकारी है। इसके सेवन से त्वचा हाइड्रेट रहती है और नमी भी बरकरार रहती है। इसके साथ ही ये बालों के लिए भी बेहद ही फायदेमंद है। (Photo: Freepik) -
हड्डियों के लिए
घी में अच्छी मात्रा में विटामिन के पाया जाता है जो कैल्शियम के अवशोषण में मदद करता है। जिसके सेवन से हड्डियां मजबूत होती हैं और साथ ही ये गुण दांतों की सड़न को रोकने में भी मदद करते हैं। (Photo: Freepik) -
मस्तिष्क विकास
घी में ओमेगा 3 फैटी एसिड और विटामिन ई पाया जाता है जो मस्तिष्क के विकास में अहम भूमिका निभाता है। खाली पेट घी के सेवन से मस्तिष्क से जुड़ी समस्याओं से छुटकारा मिल सकता है। (Photo: Freepik)
