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भारत, जो अपनी प्राचीन सभ्यता, ज्ञान और संस्कृति के लिए विश्वभर में प्रसिद्ध है, ने समय-समय पर ऐसे अनेक आविष्कार और सिद्धांत दिए हैं जिन्होंने मानव जीवन को नई दिशा दी। विज्ञान, गणित, चिकित्सा, शिक्षा, अध्यात्म, या खेल—हर क्षेत्र में भारत का योगदान अतुलनीय रहा है। आइए जानते हैं उन अनमोल उपहारों के बारे में, जो भारत ने दुनिया को दिए और जो आज भी आधुनिक सभ्यता की नींव बने हुए हैं। (Photo Source: Pexels)
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शतरंज (Chess)
शतरंज, जो आज दुनिया का सबसे लोकप्रिय बौद्धिक खेल है, उसकी शुरुआत भारत में हुई थी। माना जाता है कि छठी शताब्दी ईस्वी में गुप्त साम्राज्य के दौरान इस खेल का जन्म हुआ। उस समय इसे ‘चतुरंग’ कहा जाता था, जिसमें युद्ध की चार इकाइयों — रथ, घोड़े, हाथी और पैदल सैनिक — का प्रतिनिधित्व था। बाद में यह खेल फारस और फिर पूरी दुनिया में Chess के नाम से प्रसिद्ध हुआ। (Photo Source: Pexels) -
योग (Yoga)
भारत की सबसे महान देनों में से एक है योग। महर्षि पतंजलि को ‘योग के जनक’ कहा जाता है। उन्होंने पतंजलि योग सूत्र के माध्यम से योग के सिद्धांतों को व्यवस्थित किया। आज योग न केवल शारीरिक और मानसिक स्वास्थ्य का आधार है, बल्कि इसे विश्वभर में International Yoga Day (21 जून) के रूप में मनाया जाता है। (Photo Source: Pexels) -
आयुर्वेद (Ayurveda)
महर्षि चरक को ‘आयुर्वेद के जनक’ कहा जाता है। उन्होंने अपने प्रसिद्ध ग्रंथ चरक संहिता में चिकित्सा विज्ञान के सिद्धांत, रोगों के निदान और प्राकृतिक उपचारों का विस्तृत विवरण दिया। आयुर्वेद आज भी लाखों लोगों के जीवन का हिस्सा है और इसका प्रभाव आधुनिक चिकित्सा प्रणाली में भी देखा जा सकता है। (Photo Source: Pexels) -
सौरमंडल की अवधारणा (Concept of Solar System)
भारत के महान खगोलशास्त्री आर्यभट्ट ने सबसे पहले यह बताया कि पृथ्वी अपनी धुरी पर घूमती है और सूर्य के चारों ओर परिक्रमा करती है। उन्होंने सौरमंडल का मॉडल प्रस्तुत कर यह सिद्ध किया कि सूर्य केंद्र में है — एक ऐसी सच्चाई जिसे पश्चिमी दुनिया ने सदियों बाद स्वीकार किया। (Photo Source: Unsplash) -
प्राचीन फ्लश टॉयलेट (Ancient Flush Toilet)
सिंधु घाटी सभ्यता (Indus Valley Civilization) मानव इतिहास की सबसे उन्नत सभ्यताओं में से एक थी। यहां के घरों में फ्लश सिस्टम से जुड़े टॉयलेट्स और व्यवस्थित सीवेज सिस्टम थे, जो आधुनिक स्वच्छता व्यवस्था के शुरुआती उदाहरण हैं। (Photo Source: thearchaeologist.org) -
विश्व का पहला विश्वविद्यालय (World’s First University)
तक्षशिला विश्वविद्यालय, जिसे विश्व का पहला विश्वविद्यालय माना जाता है, भारत की ज्ञान परंपरा का प्रमाण है। यह विश्वविद्यालय आज के पाकिस्तान के रावलपिंडी के पास स्थित था। यहां 10,000 से अधिक विद्यार्थी और 200 से अधिक शिक्षक एक साथ अध्ययन और अध्यापन करते थे। (Photo Source: Unaplash) -
गणितीय अवधारणाएं (Mathematical Concepts)
आर्यभट्ट ने न केवल ‘शून्य’ (Zero) की खोज की, बल्कि उन्होंने π (पाई) के मान की सटीक गणना भी की। शून्य की खोज ने गणित की दुनिया को नई दिशा दी। इसी के आधार पर आज कंप्यूटर विज्ञान, इंजीनियरिंग और आधुनिक तकनीक की नींव रखी गई है। (Photo Source: Pexels) -
सर्जरी (Surgery)
महर्षि सुश्रुत को ‘प्लास्टिक सर्जरी का जनक’ कहा जाता है। उनके ग्रंथ सुश्रुत संहिता में करीब 300 से अधिक सर्जिकल प्रक्रियाओं और 120 प्रकार के उपकरणों का उल्लेख मिलता है। यह इस बात का प्रमाण है कि भारत में चिकित्सा विज्ञान कितनी प्रगति कर चुका था, जब बाकी दुनिया को इसकी कल्पना भी नहीं थी। (Photo Source: Pexels)
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