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हिमाचल प्रदेश में भारी बारिश का कहर जारी है। रविवार से लगातार हो रही बारिश के चलते लैंडस्लाइड की खबरें आ रही हैं। लैंडस्लाइड की वजह से एक के बाद एक इमरातें गिर रही हैं। (Photo: REUTERS)
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एक तरफ शिमला के समरहिल इलाके में शिव मंदिर के ऊपर पहाड़ टूट कर गिर गया तो दूसरी तरफ कृष्णानगर इलाके में लैंडस्लाइड की चपेट में आकर चंद पलों में आखों के सामने लोगों के आशियाने जमींदोज हो गए। (PTI Photo)
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सोमवार को श्रद्धालु शिव मंदिर में पूजा करने गए थे, तभी अचानक लैंडस्लाइड हो गई। इससे 25 से 30 लोग आपदा की चपेट में आ गये। अब तक कई शव निकाले जा चुके हैं जबकि कई लोगों को निकालने का काम जारी है। (Photo: REUTERS)
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हिमाचल में बारिश से पिछले 2 दिनों में 60 से ज्यादा लोगों की मौत हो गई है। वहीं, हादसे के बाद कई लोग लापता भी हैं, जिनके भूस्खलन की चपेट में आने की आशंका है और यहां अभी भी रेस्क्यू जारी है। (PTI Photo)
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पहाड़ी राज्य की राजधानी शिमला में लैंडस्लाइड से चारों तरफ हाहाकार मचा है। लैंडस्लाइड की वजह से घर बिखरे पड़े हैं। लोगों को काफी परेशानियां झेलनी पड़ रही है। (PTI Photo)
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लोगों को राहत देने के लिए सेना, एनडीआरएफ, एसडीआरएफ और पुलिस की टीमें तैनात की गई है। इसके साथ ही ये टीमें रेस्क्यू में भी जुटी हैं। कई शव निकाले जा चुके है जबकि अभी भी शवों की तलाश जारी है। (Photo: REUTERS)
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लैंडस्लाइड और बादल फटने से कई सड़कों को भी नुकसान पहुंचा है। आपदा से राज्य में अब तक 10 हजार करोड़ रुपये के नुकसान की आशंका जताई जा रही है। (PTI Photo)
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शिमला कालका हेरिटेज रेल लाइन के पास लैंडस्लाइड की वजह से रेल की पटरियों के नीचे से पूरी जमीन खिसक। तस्वीर में आप देख सकते हैं पटरियाँ हवा में लटकी हुई दिखाई दे रही हैं। (Photo: REUTERS)
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राज्य के हालात को लेकर मुख्यमंत्री सुखविंदर सिंह सुक्खू ने प्रेस कॉन्फ्रेंस की। इस दौरान उन्होंने ने कहा कि पिछले चार दिनों में 157 फीसदी बारिश बढ़ने से प्रदेश भर में भारी नुकसान हुआ है। बादल फटने और भूस्खलन की 170 घटनाएं सामने आई हैं। इनमें से 9,600 घर क्षतिग्रस्त हो गए हैं। इससे स्थानीय लोगों को काफी दिक्कतों का सामना करना पड़ता है। जिन इलाकों में बिजली और पानी की आपूर्ति ठप है, उसे जल्द से जल्द बहाल करने का आदेश दिया गया है। (PTI Photo)
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