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भारत की मशहूर कथावाचिका जया किशोरी एक मोटिवेशनल स्पीकर भी हैं। जया किशोरी छोटी ही उम्र से कथा कहती आ रही हैं। (Photo: Jaya Kishori/FB)
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उन्होंने जब कथा सीखनी शुरू की थी तब वो 9-10 साल की थीं। लेकिन ये बहुत ही कम लोगों को पता है कि जया किशोरी ने पहली बार किस मंदिर में कथा की थी। (Photo: Jaya Kishori/FB)
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एक वीडियो में जया किशोरी कहती हैं उनके दादा और पिता एक बड़े संत और कथाकार स्वामी रामसुखदास जी महाराज को सुनते थे। उनके पिता रोज आधे घंटे सुनते थे और इस दौरान वो भावुक हो जाते थे और रोने लगते थे। (Photo: Jaya Kishori/FB)
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एक दिन जया किशोरी ने भी उनकी कथा सुनी और इसी के बाद उन्होंने ठान लिया कि उन्हें भी कथा करनी है। इसी के बाद जया किशोरी ने कथा सीखनी शुरू कर दी थी। (Photo: Jaya Kishori/FB) 9 साल की थीं जया किशोरी, पिता को ऐसा देख चिढ़ गई थीं
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जया किशोरी ने कथा के साथ मायरा भी करना शुरू किया। मायरा मारवाड़ी के बीच काफी मशहूर है और पहली कथा जया किशोरी ने मारवाड़ी भाषा में की थी। (Photo: Jaya Kishori/FB)
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जया किशोरी को मारवाड़ी भाषा में कथा कहने के लिए घर पर करीब 1.5 साल तक इस भाषा को बोलचाल में इस्तेमाल किया। इसके लिए उनके पिता ने काफी मेहनत की। (Photo: Jaya Kishori/FB)
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डेढ़ साल बाद जया किशोरी कथा कहने के लिए पूरी तरह से तैयार थीं लेकिन समस्या ये थी कि कहां करने जाएं और किसको बोलने जाएं। उनके पिता के कुछ दोस्त थे तो कीर्तन में जाया करते थे। उन्होंने अपना ही कीर्तन कराने का सलाह दिया। (Photo: Jaya Kishori/FB)
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जया किशोरी ने बताया कि, उन्होंने अपनी पहली कथा कोलकाता के सबसे पुराने श्याम बाबा के मंदिर ‘श्री श्याम मंदिर घुसुड़ीधाम’ में की थी। (Photo: Jaya Kishori/FB)
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ये कथा उन्होंने लगातार तीन दी की थी। पहली ही कथा को सुनने के लिए काफी लोग आए थे जिसकी उन्हें उम्मीद नहीं थी। (Photo: Jaya Kishori/FB) एक कथा के लिए अब इतनी मोटी रकम चार्ज करती हैं जया किशोरी, यहां खर्च कर देती हैं मोटी कमाई
