-
भारत के चंद्रयान-3 की चंद्रमा पर सफल लैंडिंग के बाद इंडियन स्पेस रिसर्च ऑर्गेनाइजेशन (ISRO) अपने आगामी मिशन की तैयारी में जुट गया है। मिशन मून के बाद ISRO के पास कई स्पेस प्रोजेक्ट पाइपलाइन में है, जिसमें मानव अंतरिक्ष उड़ान परियोजना भी शामिल है। वहीं बहुत ही जल्द आदित्य- एल 1 (Aditya-L1) को लॉन्च किया जाएगा। चलिए जानते हैं ISRO के आगामी मिशन के बारे में।
-
Aditya-L1
सूर्य का अध्ययन करने वाली पहली स्पेस बेस्ड इंडियन ऑब्जर्वेटरी से संबंधित भारत के सूर्य मिशन ‘आदित्य-एल 1’ को 2 सितंबर को लॉन्च किया जाएगा। ISRO के मुताबिक, आंध्रप्रेदेश के श्रीहरिकोटा के सतीश धवन स्पेस सेंटर से इसे भारतीय समयानुसार सुबह 11:50 बजे लॉन्च किया जाएगा। (Source: @isro.in/instagram) -
Mangalyaan-2
साल 2013 में भारत ने मंगलयान-1 लॉन्च किया था और यह पहली कोशिश में मंगल यान पहुंच गया था। इसकी कामयाबी के बाद ही भारत ने मंगलयान-2 को लॉन्च करने की घोषणा कर दी थी। इस मिशन में ऑर्बिटर के साथ-साथ लैंडर और रोवर भी भेजा जाएगा। ISRO इस मंगलयान-2 को अगले साल यानी 2024 में लॉन्च करने की तैयारी कर रहा है। (Source: @isro.in/instagram) -
Gaganyaan 3
‘गगनयान 3’ भारत का पहला मानव अंतरिक्ष मिशन अगले साल यानी 2024 को लॉन्च होगा। ये मिशन तीन चरणों में पूरा होगा। इसका पहला चरण मानव रहित होगा। दूसरे चरण में एक रोबोट को भेजा जाएगा और तीसरे चरण में अंतरिक्ष में तीन एस्ट्रोनॉट भेजे जाएंगे। इस मिशन की शुरुआत इसी साल सितंबर के आखिरी सप्ताह या अक्टूबर की शुरुआती हफ्तों में होने की उम्मीद है। (Source: @isro.in/instagram) -
NISAR (NASA & ISRO SAR)
NISAR भारत और अमेरिका अब तक का सबसे बड़ा संयुक्त साइंस मिशन है, जिसने एक खास सैटेलाइट विकसित की है। 10 हजार करोड़ रुपए की लागत में तैयार किया गया यह सैटेलाइट धरती पर पेड़-पौधों की घटती-बढ़ती संख्या पर नजर रखने के साथ-साथ प्रकाश की कमी और ज्यादा होने के असर की स्टडी करेगा। इसे जनवरी 2024 में लॉन्च करने की योजना है। हालांकि अभी तक नासा और इसरो की ओर से इसकी लॉन्चिग की ऑफिशियल अनाउंसमेंट नहीं की गई है। (Source: nisar.jpl.nasa.gov) -
Shukrayaan 1
शुक्रयान-1 एक ऑर्बिटर मिशन होगा। ISRO इसे शुक्र के वातावरण का अध्ययन करने के लिए लॉन्च करेगा। इसे लॉन्च करने की तारीख अभी निर्धारित नहीं की गई है। अनुमान है कि इसे 2024 से 2026 के बीच लॉन्च किया जाएगा। (Source: @isro.in/instagram) -
Chandrayaan 4 (LUPEX)
चंद्रयान-3 की सफलता के बाद अब भारत और जापान ‘लुपेक्स’ को लॉन्च करने के लिए साथ आए है, जिसे ‘चंद्रयान-4’ भी कहा जाएगा। इंडियन स्पेस रिसर्च ऑर्गेनाइजेशन (ISRO) और जापान एयरोस्पेस एक्सप्लोरेशन एजेंसी (JAXA) द्वारा तैयार किए जा रहे ‘चंद्रयान-4’ का मुख्य लक्ष्य चंद्रमा पर पानी की खोज करना है। यह मिशन 2026 तक लॉन्च किया जा सकता है। (Source: @isro.in/instagram) -
SPADEX
स्पैडेक्स एक अंतरिक्ष यान मिशन है जिसमें दो आईएमएस-क्लास (200 किग्रा) सैटेलाइट शामिल होंगे, एक चेजर और दूसरा टारगेट। दोनों अंतरिक्ष यानो को अलग-अलग कक्षाओं (orbits) में स्थापित किया जाएगा। इसे साल 2024 के तीसरी तिमाही में लॉन्च करने की योजना है। (Source: @ISROSpaceflight/twitter) -
XPoSat
भारत का पहला पोलारिमेट्री मिशन ‘एक्स-रे पोलारिमीटर सैटेलाइट’ (XPoSat) का उद्देश्य विषम परिस्थितियों में चमकीले खगोलीय एक्स-रे स्रोतों की विभिन्न गतिशीलता का अध्ययन करना। इसमें अंतरिक्ष यान पृथ्वी की निचली कक्षा में दो वैज्ञानिक पेलोड ले जाएगा। इसे इसी साल यानी साल 2024 में लॉन्च करने की योजना है। (Source: @isro.in/instagram)
(यह भी पढ़ें: Aditya – L1: सूरज की गर्मी से भी नहीं जलेगा यह सूर्ययान, जानिए कितनी लागत में हुआ है तैयार)