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Independence Day: भारत अपनी आजादी का जश्न मना रहा है। देश की आजादी के लिए ना जाने कितने रणबांकुरों ने अपने प्राणों की आहुति दी। भारत की ही तरह उसके पड़ोस के कई देशों ने अपनी आजादी के लिए लंबा संघर्ष किया। आइए डालते हैं भारत के पड़ोसी देशों की आजादी के नायकों पर एक नजर:
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Sheikh Mujeeb Ur rehman: बांग्लादेश साल 1971 में आजाद हुआ था। बांग्लादेश की आजादी के महानायक के तौर पर शेख मुजीब-उर-रहमान का नाम दर्ज है। मुजीब-उर-रहमान को बंगबंधु की उपाधि से नवाजा गया था।अवामी लीग के नेता शेख मुजीब बांग्लादेश के पहले राष्ट्रपति और प्रधानमंत्री बने।
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Mukti Bahini: बांग्लादेश की आजादी के लिए मुक्ति बाहिनी का गठन हुआ था। मुक्ति वाहिनी के सात शहीदों को देश के सर्वोच्च सम्मान बीरश्रेष्ठ से नवाजा गया था। इनके नाम हैं – कैमोहीउद्दीन जहांगीर, मोहम्मद हामिद-उर-रहमान, मुस्तफा कमाल, मोहम्मद रुहुल अमीन, मोती-उर-रहमान, अब्दुर रौफ और नूर मोहम्मद शेख।
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Ibrahim Nasir: मालदीव साल 1965 में आजाद हुआ था। मालदीव की आजादी के बड़े नायक के तौर पर इब्राहिम नासिर को याद किया जाता है। वह मालदीव के पहले प्रधानमंत्री भी रहे।
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Bhakti Thapa Chhetri: नेपाल के नेशनल हीरो की बात की जाए तो वहां तमाम नामों के साथ ही भक्ति थापा छेत्री का नाम प्रमुखता से लिया जाता है।
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Aaga Khan III: पाकिस्तान 16 अगस्त 1947 को आजाद हुआ था। यूं तो अलग पाकिस्तान के लिए कई लोगों ने सालों तक संघर्ष किया लेकिन मोहम्मद अली जिन्ना देश के सर्वोच्च सम्मानित नाम हैं। जिन्ना के साथ ही आगा खान तृतीय भी पाकिस्तान के नेशनल हीरोज में गिने जाते हैं।
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D S Senanayke: बात श्रीलंका की करें तो वह चार फरवरी 1948 को आजाद हुआ था। वहां के तमाम स्वतंत्रता सेनानियों में से डी एस सेनानायके का नाम बेहद सम्मानित है। डी एस सेनानायके श्रीलंका के राष्ट्रपिता कहलाते हैं।