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देश की सबसे बड़ी एयरलाइन इंडिगो पिछले चार दिनों से गंभीर परिचालन संकट से जूझ रही है। दिल्ली, मुंबई, बेंगलुरु, हैदराबाद, कोलकाता, पुणे, अहमदाबाद, रांची और पटना समेत लगभग सभी बड़े हवाई अड्डों पर यात्री घंटों से फंसे हुए हैं। (PTI Photo)
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कहीं फ्लाइट कैंसिल होने की घोषणा आखिरी मिनट पर हुई, तो कहीं बोर्डिंग गेट पर स्टाफ ही गायब रहा। नतीजा—टर्मिनलों पर अफरातफरी, गुस्सा और कई यात्रियों की आंखों में बेबसी के आंसू। (PTI Photo)
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देशभर में 400 से ज्यादा उड़ानें रद्द, कई यात्री 3 दिन से फंसे
शुक्रवार को इंडिगो ने 400 से ज्यादा उड़ानें रद्द कर दीं। दिल्ली एयरपोर्ट से शुक्रवार रात 12 बजे तक सभी डोमेस्टिक प्रस्थान उड़ानें रद्द कर दी गईं। (PTI Photo) -
कोलकाता, रांची, पटना, मुंबई, बेंगलुरु और हैदराबाद में भी यात्रियों की लंबी कतारें देखी गईं। कई लोग तीन-तीन दिन से एयरपोर्ट पर फंसे हैं। कुछ एयरपोर्ट्स पर सुरक्षा बलों को भीड़ संभालने के लिए तैनात करना पड़ा। (ANI Video Grab)
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बेंगलुर में 102 उड़ानें रद्द, मुंबई में 104 उड़ानें रद्द, दिल्ली में सभी फ्लाइट्स दिनभर रद्द, अहमदाबाद में 86 उड़ानें प्रभावित, गोवा में 30 उड़ानें रद्द। (PTI Photo)
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वीडियो वायरल: ‘मेरे बॉस को बता दो मुझे नौकरी से न निकालें…’
सबसे ज्यादा चर्चित रहा एक वीडियो, जिसमें एक युवा यात्री टूटकर रो पड़ता है। उसकी फ्लाइट बार-बार कैंसिल हो रही थी और वह काम पर नहीं पहुंच पा रहा था। (PTI Photo) -
उसने फोन पर कहा, “किसी को बोल दो मेरे बॉस को कि मुझे नौकरी से न निकालें…”। यह वीडियो देशभर में यात्रियों की हालत का प्रतीक बन गया। (PTI Photo)
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स्टाफ की कमी और सूचना का अभाव, यात्री हुए परेशान
यात्रियों के आरोप: डिस्प्ले बोर्ड पर फ्लाइट “ऑन टाइम” दिखती रही। ठीक उड़ान से कुछ देर पहले कैंसिलेशन की घोषणा। काउंटरों पर स्टाफ न होने की शिकायत। (PTI Photo) -
कोई अनाउंसमेंट नहीं, न ही स्पष्ट जानकारी। रिफंड या रीबुकिंग को लेकर घंटों की मशक्कत। यही वजह रही कि कई एयरपोर्ट्स पर यात्रियों ने हंगामा किया। (PTI Photo)
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असल संकट क्या है?, नए FDTL नियम बने परेशानी की जड़
DGCA ने 1 नवंबर से पायलटों और केबिन क्रू के लिए नए और कड़े FDTL (Flight Duty Time Limitation) नियम लागू किए हैं। (AP Photo) -
इन नियमों में पायलटों को हर हफ्ते 48 घंटे अनिवार्य आराम देना होगा। नाइट शिफ्ट लगातार नहीं दी जा सकती। (PTI Photo)
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24 घंटे में कम से कम 10 घंटे आराम अनिवार्य। नाइट लैंडिंग की सीमा 6 से घटाकर 2 कर दी गई। पायलट रोजाना 8 घंटे से अधिक उड़ान नहीं भर सकते। (PTI Photo)
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इंडिगो अपनी दैनिक 2300 उड़ानों के लिए इतने बड़े पैमाने पर नए नियमों के हिसाब से क्रू रोस्टरिंग नहीं कर पाई। (PTI Photo)
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नतीजा- एक साथ बहुत से पायलट और क्रू आराम अवधि में चले गए और एयरलाइन के पास पर्याप्त स्टाफ नहीं बचा। (PTI Photo)
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इंडिगो में अभी 5,456 पायलट, 10,212 केबिन क्रू, 434 विमान है। लेकिन उड़ानों की संख्या के मुकाबले यह स्टाफ नए नियमों के तहत पर्याप्त नहीं रहा। (PTI Photo)
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DGCA ने तलब किए इंडिगो अधिकारी, जांच कमिटी गठित
लगातार शिकायतों और अफरातफरी के बाद DGCA ने इंडिगो को तलब किया है। चार सदस्यों की विशेष जांच कमिटी गठित की गई है। एयरलाइन से विस्तृत रिपोर्ट मांगने के निर्देश दिए हैं। इसके साथ ही यात्रियों की परेशानियों को 24 घंटे में कम करने का आदेश दिए गए हैं। (ANI Photo) -
DGCA ने कहा, “3 दिनों में हालात सामान्य होंगे”। साथ ही सरकार ने भी एयरलाइन से निरंतर संपर्क बनाए रखा है। (PTI Photo)
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सरकार का बैकफुट, FDTL नियमों में मिली अस्थायी राहत
इंडिगो के दबाव और बढ़ती जनता की शिकायतों के बाद DGCA ने 10 फरवरी 2026 तक के लिए कुछ नियमों में ढील दी है। अब फिर से पायलटों को हर हफ्ते 36 घंटे आराम मिलेगा (48 घंटे की जगह)। छुट्टी और वीकली रेस्ट को अलग-अलग नहीं माना जाएगा। इससे एयरलाइनों को रोस्टर बनाने में थोड़ी राहत मिलेगी। (PTI Photo) -
नवंबर में 1,232 उड़ानें कैंसिल, स्थिति पहले से ही खराब
DGCA डेटा के अनुसार, नवंबर 2025 में 1,232 उड़ानें रद्द हुई, कई दिनों में 1400 से अधिक उड़ानों में देरी, ऑन-टाइम परफॉर्मेंस गिरकर 35% तक पहुंच गया, यानी संकट की शुरुआत नवंबर से ही हो चुकी थी। (PTI Photo) -
इंडिगो की चुनौती, संकट अब भी बड़ा
इंडिगो प्रतिदिन 2300 उड़ानें संचालित करती है, जो भारत के कुल घरेलू ट्रैफिक का 60% है। अगर इन उड़ानों में से 10–20% भी रद्द होती हैं, तो 200–400 उड़ानों पर असर पड़ता है और हजारों यात्री फंस जाते हैं। यही स्थिति आज देखने को मिल रही है। (PTI Photo)
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