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मुगल सम्राट औरंगजेब की कब्र को लेकर विवादों ने एक बार फिर तूल पकड़ लिया है। कई हिंदू संगठनों, विशेष रूप से विश्व हिंदू परिषद (VHP) और बजरंग दल, ने उनकी कब्र को हटाने की मांग की है। (PTI Photo)
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इस मुद्दे को लेकर हाल ही में नागपुर में हिंसा भड़क उठी, जिससे कई पुलिसकर्मी और नागरिक घायल हुए। इस बीच, सवाल उठता है कि औरंगजेब की कब्र कहां स्थित है और यह अन्य मुगल सम्राटों की कब्रों की तरह भव्य क्यों नहीं है? आइए इस विषय को विस्तार से समझते हैं। (PTI Photo)
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औरंगजेब की कब्र कहां स्थित है?
औरंगजेब (1658-1707) मुगल साम्राज्य का छठा सम्राट था, जिसने लगभग 50 वर्षों तक शासन किया। उसका शासनकाल कट्टर इस्लामी नीतियों, शरिया कानून के पालन और निरंतर सैन्य अभियानों के लिए जाना जाता है। (Image Created by Chat GPT) -
3 मार्च 1707 को महाराष्ट्र के अहमदनगर (अब अहिल्यानगर) में उसकी मृत्यु हो गई। हालांकि, उसकी अंतिम इच्छानुसार, उसे औरंगाबाद (अब छत्रपति संभाजीनगर) के खुल्दाबाद में दफनाया गया। उसके बेटे आजम शाह ने उसकी इस अंतिम इच्छा को पूरा किया। (Photo: REUTERS)
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ऐसा कहा जाता है कि अपने अंतिम वर्षों में औरंगजेब ने खुद अपने कफन और दफन की व्यवस्था के लिए पैसे जुटाए थे। वह टोपियां सिलकर और कुरान की नकल कर पैसे कमाता था, जिससे उसकी अंतिम संस्कार की व्यवस्था की गई। कहा जाता है कि उसके दफन की कुल लागत मात्र 14 रुपये 12 आने थी। (Image Created by Chat GPT)
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औरंगजेब की कब्र सादी क्यों है?
अन्य मुगल सम्राटों की कब्रें—जैसे दिल्ली में हुमायूं का मकबरा, सिकंदरा में अकबर का मकबरा और आगरा में ताजमहल में स्थित शाहजहां की कब्र—अत्यंत भव्य और शाही वास्तुकला के उदाहरण हैं। इसके विपरीत, औरंगजेब की कब्र बेहद साधारण है। (Photo: REUTERS) -
इसका कारण यह है कि औरंगजेब ने स्वयं अपनी वसीयत में यह इच्छा प्रकट की थी कि उसकी कब्र सादी होनी चाहिए, बिना किसी शाही गुंबद या साज-सज्जा के। उसकी कब्र एक साधारण खुली मिट्टी की कब्र है, जिस पर सफेद कपड़ा बिछा हुआ है और प्राकृतिक रूप से उगने वाले पौधे इसे ढके रहते हैं। (PTI Photo)
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यह इस्लाम में सादगी की उसकी मान्यता और धार्मिक कट्टरता का प्रतीक माना जाता है। उसकी कब्र सूफ़ी संत शेख़ जैनुद्दीन शीराज़ी की दरगाह के आंगन में स्थित है। बाद में, ब्रिटिश वायसराय लॉर्ड कर्जन ने इस कब्र के चारों ओर एक संगमरमर की छोटी सी दीवार बनवाई थी, जिससे यह संरक्षित रहे। (PTI Photo)
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कब्र को लेकर विवाद क्यों?
वर्तमान में, कुछ हिंदू संगठन औरंगजेब की कब्र को ऐतिहासिक उत्पीड़न का प्रतीक मानते हैं। वे औरंगजेब द्वारा छत्रपति संभाजी महाराज की हत्या और कई हिंदू मंदिरों के ध्वंस को आधार बनाकर इसे हटाने की मांग कर रहे हैं। (PTI Photo) -
इस मुद्दे पर लगातार विवाद बढ़ता जा रहा है और सुरक्षा कारणों से प्रशासन ने औरंगजेब की कब्र के आसपास कड़ी सुरक्षा व्यवस्था कर दी है। अब वहां प्रवेश के लिए पहले से पंजीकरण कराना और पहचान पत्र दिखाना अनिवार्य कर दिया गया है। (PTI Photo)
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