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हिंदू धर्म में अक्षय तृतीया का बेहद ही खास महत्व है और इस दिन लोग सोना-चांदी की खरीदारी करते हैं। लेकिन इसी दिन सोना-चांदी खरीदना क्यों शुभ माना गया है। आइए जानते हैं क्या है इसका महत्व: (Photo: Indian Express)
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अक्षय का मतलब होता है जिसका कभी क्षय ना हो और जो स्थाई रहे। धार्मिक मान्यताओं के अनुसार अक्षय तृतीया विश्वास और सकारात्मक शुरुआत का दिन होता है और इसी तिथि पर त्रेता युग की शुरुआत हुई थी जिसके चलते इसे युगादितिथि भी कहते हैं। (Photo: Indian Express)
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सोना-चांदी खरीदने के लिए अक्षय तृतीया का दिन बेहद ही शुभ माना गया है। सोना-चांदी को धन-धान्य की देवी लक्ष्मी का प्रतीक माना जाता है। हिंदू धर्म में पीली धातु सोने को सबसे पवित्र और अक्षय माना गया है। (Photo: Indian Express)
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इसके साथ ही सोने को देवताओं की धातु माना जाता है जिसके चलते अक्षय तृतीया पर सोने की खरीदारी की परंपरा है। (Photo: Indian Express)
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वहीं, पद्म पुराण के अनुसार अक्षय तृतीया के दिन धन के देवता कुबेर को देवताओं का कोषाध्यक्ष बनाया गया था। यानी खजाने की देखरेख और हिसाब रखने वाला। (Photo: Indian Express)
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स्कंद पुराण के अनुसार अक्षय तृतीया पर खरीदा गया सोना समृद्ध देने वाला होता है। इसके साथ ही इसी दिन ग्रहों की शुभ स्थिति भी बनती है जिससे हर तरह की खरीदारी और नई शुरुआत लंबे समय तक फायदा देती है। (Photo: Indian Express)
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दिशा का भी है खास महत्व
सोना खरीदते वक्त दिशा का भी बेहद ही खास महत्व है। धार्मिक मान्यताओं के अनुसार सोना पूर्व या उत्तर दिशा से खरीदना चाहिए। ब्रह्मांड पुराण के अनुसार उत्तर दिशा से खरीदा गया सोना शुभ फल देता है। (Photo: Indian Express) -
अक्षय तृतीया के दिन क्या करें?
धार्मिक मान्यताओं के अनुसार अक्षय तृतीया के दिन सूर्योदय से पहले उठ जाना चाहिए। इसके बाद पवित्र नदी में स्नान करके भगवान विष्णु और मां लक्ष्मी की पूजा करना चाहिए। (Photo: Indian Express) -
कैसे करें पूजा?
पूजा में सफेद, पीले रंग के कमल या फिर गुलाब के फूल अर्पित करना चाहिए। वहीं, नैवैद्य में गेहूं, जौ, चने का सत्तू, मिश्री, नीम की कोपल, ककड़ी और चने की भीगी दाल अर्पित की जाती है। (Photo: Freepik) अक्षय तृतीया पर रचाएं ये 14 मेहंदी डिजाइन, हर कोई करेगा तारीफ