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गर्मियों की तपती दोपहर में जब गला सूख रहा हो, तो ठंडा पानी किसी अमृत से कम नहीं लगता। आमतौर पर लोग फ्रिज का ठंडा पानी पीते हैं, लेकिन आयुर्वेद और प्राकृतिक चिकित्सा के जानकार इसे सेहत के लिए नुकसानदेह मानते हैं। ऐसे में सवाल उठता है कि सेहत के लिहाज से कौन सा पानी बेहतर है—मिट्टी के घड़े का या तांबे के बर्तन का?
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आयुर्वेद क्या कहता है?
आयुर्वेदिक मान्यता के अनुसार मिट्टी का घड़ा पानी पीने के लिए सबसे उपयुक्त होता है। यह न सिर्फ पानी को स्वाभाविक रूप से ठंडा रखता है बल्कि उसमें प्राकृतिक मिनरल्स भी बनाए रखता है। मिट्टी में जल, वायु, अग्नि, आकाश और पृथ्वी—पांचों तत्व मौजूद होते हैं, जो शरीर के दोषों को संतुलित करने में मदद करते हैं। ऐसे में चलिए जानते हैं मिट्टी के घड़े के फायदों के बारे में:-
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पाचन में सुधार
मटके का पानी पाचन तंत्र को बेहतर करता है, जिससे गैस, एसिडिटी जैसी समस्याओं से राहत मिलती है। (Photo Source: Pexels) -
इम्यूनिटी बढ़ाता है
मिट्टी में मौजूद मिनरल्स शरीर की रोग प्रतिरोधक क्षमता को मजबूत करते हैं। (Photo Source: Pexels) -
त्वचा के लिए फायदेमंद
यह पानी शरीर को डिटॉक्स करता है जिससे मुंहासे, फोड़े-फुंसी कम होते हैं और त्वचा निखरती है। (Photo Source: Pexels) -
गर्मी से राहत
घड़े का पानी शरीर की गर्मी को संतुलित करता है और लू लगने से बचाता है। (Photo Source: Pexels) -
आयरन की कमी को पूरा करता है
मिट्टी के बर्तन में रखा पानी शरीर में आयरन का स्तर बेहतर करता है। (Photo Source: Pexels) -
तांबे के बर्तन का पानी—फायदे से ज्यादा नुकसान?
तांबे का पानी भी आयुर्वेद में फायदेमंद माना गया है, लेकिन इसकी खपत सीमित मात्रा में होनी चाहिए। अधिक मात्रा में तांबे का पानी पीने से शरीर में कॉपर की अधिकता हो सकती है, जिससे कई समस्याएं उत्पन्न होती हैं। चलिए जानते हैं तांबे के बर्तन में पानी पीने के नुकसानों के बारे में:-
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कॉपर टॉक्सिसिटी
दिनभर में बार-बार तांबे का पानी पीने से शरीर में तांबे की मात्रा बढ़ सकती है, जिससे मतली, उल्टी, दस्त जैसी समस्याएं हो सकती हैं। (Photo Source: Pexels) -
पाचन पर असर
मॉडर्न लाइफस्टाइल में लोगों का पाचन कमजोर होता जा रहा है। ऐसे में तांबे का अधिक सेवन पाचन क्रिया को और बिगाड़ सकता है। (Photo Source: Pexels) -
नर्वस सिस्टम पर असर
लंबे समय तक अत्यधिक मात्रा में तांबे का पानी पीने से नसों पर असर पड़ सकता है और नर्वस सिस्टम कमजोर हो सकता है। (Photo Source: Pexels) -
लीवर डैमेज
अगर बिना जरूरत अधिक तांबे का पानी पिया जाए तो यह लीवर पर नकारात्मक प्रभाव डाल सकता है। (Photo Source: Pexels)
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