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कई बार कान की ठीक से सफाई न होने पर उसमें पुराना मैल जमा हो जाता है। यह मैल सुनने की क्षमता को कम कर सकता है, जलन या खुजली पैदा कर सकता है, यहां तक कि संक्रमण का कारण भी बन सकता है। हालांकि, कान का मैल यानी ईयरवैक्स पूरी तरह नुकसानदायक नहीं होता, बल्कि यह कान को बाहरी धूल-मिट्टी और बैक्टीरिया से बचाने का काम करता है। लेकिन जब यह जरूरत से ज्यादा बन जाए या सही समय पर बाहर न निकले, तो परेशानी खड़ी हो सकती है। ऐसे में जानते हैं कि कान का मैल कैसे साफ करें और किन बातों का ध्यान रखना चाहिए। (Photo Source: Pinterest)
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कान का मैल क्या है और क्यों जरूरी है?
ईयरवैक्स, जिसे हम आम भाषा में ‘कान का मैल’ कहते हैं, असल में शरीर की एक प्राकृतिक सुरक्षा प्रणाली है। यह कान की ग्रंथियों द्वारा बनता है और धूल, बैक्टीरिया, पानी आदि से कान की सुरक्षा करता है। इसके अलावा यह कान को नम बनाए रखता है, जिससे उसमें सूखापन या खुजली नहीं होती। (Photo Source: Pexels) -
कब होता है कान का मैल परेशानी का कारण?
जब कान का मैल सूखकर कठोर हो जाता है और खुद से बाहर नहीं निकल पाता, तो यह कान के अंदर रुकावट पैदा कर सकता है। इसके लक्षण कुछ इस तरह से सामने आते हैं, जैसे- सुनने में कठिनाई, कान में दर्द या भारीपन, खुजली या जलन, बदबू या रिसाव, और कान से सीटी या गुंजन की आवाज। अगर ये लक्षण नजर आएं, तो डॉक्टर से संपर्क करना जरूरी है। (Photo Source: Pexels) -
कान के मैल को साफ करने के गलत तरीके से बचें
बहुत से लोग कान की सफाई के लिए घरेलू उपाय अपनाते हैं, जो कई बार नुकसानदायक हो सकते हैं, जैसे- ईयर बड या पिन से मैल निकालना, तेल, घी या लहसुन का तेल डालना, पानी या हाइड्रोजन पेरॉक्साइड डालना, और ईयर कैंडल का इस्तेमाल करना। इन तरीकों से कान का मैल और अंदर धंस सकता है या फिर इन्फेक्शन का खतरा बढ़ सकता है। कभी-कभी इससे कान का पर्दा भी फट सकता है। (Photo Source: Pexels) -
कान का मैल साफ करने के सुरक्षित और असरदार तरीके
डॉक्टर की सलाह लें
अगर कान में दर्द, जलन, भारीपन या खुजली जैसी कोई समस्या हो रही है, तो खुद से कोई उपाय करने की बजाय डॉक्टर के पास जाएं। डॉक्टर कान का परीक्षण करके सही इलाज बता सकते हैं। (Photo Source: Pexels) -
ईयर ड्रॉप्स का इस्तेमाल
डॉक्टर की सलाह से आप ओवर-द-काउंटर ईयर ड्रॉप्स का इस्तेमाल कर सकते हैं, जो मैल को नरम करके उसे बाहर निकलने में मदद करते हैं। इनमें ग्लिसरीन, सलाइन या मिनरल ऑयल शामिल हो सकते हैं। (Photo Source: Freepik) -
सीरिंज से पानी डालकर सफाई (Irrigation Method)
इसमें डॉक्टर गुनगुना पानी एक खास सीरिंज से आपके कान में डालते हैं ताकि सूखा हुआ मैल बाहर आ जाए। यह प्रक्रिया पूरी तरह प्रोफेशनल देखरेख में की जानी चाहिए। (Photo Source: Pinterest) -
वैक्यूम थैरेपी या सक्शन मेथड
इस तकनीक में एक विशेष यंत्र से कान के अंदर से मैल को खींच लिया जाता है। यह तरीका आमतौर पर ENT विशेषज्ञ के क्लीनिक में किया जाता है और यह बेहद प्रभावी होता है। (Photo Source: Pinterest) -
जरूरी सावधानियां
बच्चों के कान की सफाई के लिए विशेष सावधानी बरतें और हमेशा डॉक्टर से सलाह लें। जब तक कोई लक्षण न दिखे, तब तक कान की खुद से सफाई करने की जरूरत नहीं होती। नियमित रूप से कान साफ करने की जरूरत नहीं है। शरीर खुद इसकी सफाई करता है। (Photo Source: Pexels)
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