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आज की भागदौड़ भरी जिंदगी में हम सुविधा के लिए कई तरह की पैकेजिंग मटेरियल का इस्तेमाल करते हैं। हम पैकेज्ड फूड और ऐसी चीजों के इतने आदी हो चुके हैं कि शायद ही कभी सोचते हैं कि इन पैकेजिंग का हमारे पर्यावरण पर क्या असर होता है। लेकिन क्या आप जानते हैं कि ये सुविधाजनक चीजें हमारी धरती को कितना नुकसान पहुंचाती हैं? आपको जानकर हैरानी होगी कि, पैकेजिंग मटेरियल के सड़ने यानी डिकम्पोज होने में सालों-साल लग जाते हैं, जिससे पर्यावरण प्रदूषण की गंभीर समस्या खड़ी हो जाती है। chariotenergy.com के अनुसार, पैकेजिंग का मटेरियल डिकम्पोज होने में सैकड़ों से हजारों साल तक लग सकते हैं। चलिए देखें कुछ आम पैकेजिंग मटेरियल और उनके डिकम्पोज होने का अनुमानित समय क्या है। (Photo Source: Pexels)
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कांच (Glass): 10 लाख साल
कांच को सायकल किया जा सकता है, लेकिन अगर यह लैंडफिल में चला जाए तो यह सदियों तक वहां बना रह सकता है। (Photo Source: Pexels) -
प्लास्टिक कॉफी पॉड्स (Plastic coffee pods): 500 साल
ये छोटे पॉड्स सैकड़ों सालों तक जमीन में दबे रहते हैं और पर्यावरण को नुकसान पहुंचाते हैं। (Photo Source: Pexels) -
प्लास्टिक की पानी की बोतलें (Plastic water bottles): 450 साल
एक बार इस्तेमाल की जाने वाली पानी की बोतलें सैकड़ों सालों तक सड़ने में लगती हैं। (Photo Source: Pexels) -
प्लास्टिक स्ट्रॉ (Plastic straws): 200 साल
ये छोटे से दिखने वाले स्ट्रॉ भी पर्यावरण के लिए बड़ा खतरा हैं, इन्हें सड़ने में 200 साल लग जाते हैं। (Photo Source: Pexels) -
एल्युमिनियम कैन (Aluminum cans): 100 साल
एल्युमिनियम कैन को रीसायकल करना सबसे अच्छा विकल्प है, क्योंकि इन्हें सड़ने में भी 100 साल लग जाते हैं। (Photo Source: Pexels) -
टेकअवे कॉफी कप (Takeaway coffee cup): 30 साल
ये दिखने में पेपर के बने होते हैं, लेकिन अंदर प्लास्टिक की परत होती है, जिससे इन्हें सड़ने में 30 साल लग जाते हैं। (Photo Source: Pexels) -
प्लास्टिक बैग्स (Plastic bags): 20 साल
प्लास्टिक बैग्स सस्ते जरूर होते हैं लेकिन पर्यावरण के लिए बहुत हानिकारक हैं। इन्हें सड़ने में 20 साल लग जाते हैं। (Photo Source: Pexels) -
कार्डबोर्ड (Cardboard): 2 महीने
कार्डबोर्ड एक अच्छा विकल्प है क्योंकि यह जल्दी सड़ जाता है। (Photo Source: Pexels) -
कागज (Paper): 6 हफ्ते
कागज भी पर्यावरण के लिए अपेक्षाकृत कम हानिकारक है, क्योंकि यह जल्दी सड़ जाता है। (Photo Source: Pexels)
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