-

अक्सर आपने बचपन में दादी-नानी को ये कहते सुना होगा कि ‘हर निवाला 32 बार चबाओ’। उस समय लगता था कि ये बस खाने में समय लगवाने का तरीका है। लेकिन आज विज्ञान ने साबित कर दिया है कि खाना जितना धीरे और अच्छी तरह चबा कर खाया जाए, शरीर उतना ही स्वस्थ रहता है। (Photo Source: Pexels)
-
क्यों पुराने समय में खाने को कभी जल्दी नहीं खाया जाता था?
पहले लोग मानते थे कि खाना सिर्फ पेट नहीं, दिमाग और भावनाओं को भी संतुलित करता है। इसलिए हर निवाले को इतना चबाया जाता था कि वह मुंह में ही ‘पिघल’ जाए। इस तरह लार (saliva) भोजन के साथ अच्छी तरह मिलकर शरीर के ‘पाचन-अग्नि’ को शांत करती थी। आज की भाषा में कहें, तो यह पूरा प्रोसेस शरीर को डाइजेशन मोड में लाता है। (Photo Source: Pexels) -
विज्ञान क्या कहता है?
आधुनिक शोधों में पाया गया है कि:
चबाने से पाचन शुरू हो जाता है
लार में एमाइलेज (Amylase) और लिपेज (Lipase) जैसे एंजाइम होते हैं जो भोजन को तोड़ना शुरू कर देते हैं। जितना ज्यादा चबाओगे, पेट को उतना कम मेहनत करनी पड़ेगी। (Photo Source: Pexels) -
एसिडिटी और गैस से राहत मिलती है
ठीक से चबाया गया खाना पेट में लंबे समय तक नहीं सड़ता, इसीलिए अपच, भारीपन और एसिडिटी कम होती है। (Photo Source: Pexels) -
दिमाग को ‘शांत रहने’ का सिग्नल मिलता है
धीरे-धीरे और अच्छी तरह चबाने से Nervous System शांत होता है, और शरीर ‘Rest & Digest Mode’ में आ जाता है। यह तनाव, चिड़चिड़ापन और Anxiety को भी कम करता है। (Photo Source: Pexels) -
वजन कंट्रोल होता है
जब आप धीरे खाते हैं, तो 20 मिनट के भीतर दिमाग को ‘भरा हुआ हूं’ वाला सिग्नल मिलता है। इससे ओवरईटिंग रुक जाती है और वजन संतुलित रहता है। (Photo Source: Pexels) -
स्किन हेल्थ और ग्लो बेहतर होता है
अधपचा खाना टॉक्सिन बढ़ाता है, जो चेहरे पर डलनेस और पिंपल्स लाता है। सही पाचन यानी बेहतर पोषण, और परिणाम- स्वस्थ, ग्लोइंग स्किन। (Photo Source: Pexels) -
32 बार चबाने का राज
हर दांत का एक काम होता है, भोजन को सही आकार में पीसना। 32 बार चबाने से खाना एकदम मुलायम हो जाता है। लार भरपूर मात्रा में मिलकर उसे पाचन के लिए तैयार कर देती है। दादी की भाषा में कहें तो ‘जितना चबाओगे, उतनी दवा बनेगी।’ (Photo Source: Pexels) -
खाने के समय अपनाएं ये तीन नियम
32 बार चबाएं
पहले कठिन लगेगा, लेकिन धीरे-धीरे आदत बन जाएगी। (Photo Source: Pexels) -
चुपचाप, बिना फोन और बिना भागदौड़ के खाएं
Silent eating से दिमाग भोजन को पूरी तरह पहचानता है। (Photo Source: Pexels) -
लार को दवा की तरह मानें
लार शरीर का सबसे प्राकृतिक और प्रभावी इलाज है, यह न सिर्फ पाचन का पहला कदम है, बल्कि रोगों को रोकने की शक्ति भी रखती है। (Photo Source: Pexels)
(यह भी पढ़ें: नाक बंद, जुकाम और सिरदर्द से हैं परेशान, बस तवे पर गर्म करें ये दो चीजें, मिलेगा तुरंत आराम)