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प्रेमानंद महाराज कहते हैं जो लोग भगवान के नाम का जाप करते हैं तो वो उन भक्तों का साथ कभी नहीं छोड़ते। (Photo: Vrindavan Ras Mahima/FB)
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इसके आगे वो कहते हैं कि, महाभारत के समय भगवान कृष्ण ने अर्जुन से कहा था कि जो भक्त मेरे नाम का जाप करता है वो मेरा प्रिय हो जाता है और मैं उसका साथ कभी नहीं छोड़ता। (Photo: Vrindavan Ras Mahima/FB)
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भगवान का नाम कहीं भी लिया जा सकता है। लेकिन जो लोग बिस्तर पर लेटे-लेटे भगवान के नाम के जाप करते हैं उन्हें ये नियम जरूर जान लेना चाहिए। (Photo: pexels)
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प्रेमानंद महाराज कहते हैं कि वृद्ध शरीर है तो पैर फैलाकर माला जाप करने से कोई पाप नहीं लगता है। लेकिन मन में भगवत भगवान जरूरी है। (Photo: pexels) प्रेमानंद महाराज ने बताया पति को पत्नी से नहीं छिपानी चाहिए ये बातें, टूट सकती है शादी
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आसन में बैठने की बात ब्रह्मचर्य के लिए है। नए बच्चे जो ब्रह्मचारी हैं और योग मार्ग पर चल रहे हैं उनके लिए है। (Photo: pexels)
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आसनों पर सीधे बैठने से पीड़ा होती है। 2, 3 घंटे बैठने से जो अधोगामी है वो उर्धगामी होने लगता है। ब्रह्मचर्य पचने लगता है। (Photo: pexels)
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प्रेमानंद महाराज कहते हैं कि गृहस्थ में तो परिवरा है लेकिन जो बाबा हैं वो कैसे अपने आपको सुधारें तो ब्रह्मचर्य, एकाग्र मन और अपने आराध्य देव की प्राप्ति के लिए ऐसे बैठना जरूरी है। (Photo: pexels)
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प्रेमानंद महाराज कहते हैं कि गृहस्थ जीवन में है तो उठते-बैठते, चेयर पर या कहीं भी भगवान का नाम ले सकते हैं। बस जरूरी यह है कि भगवान का साथ न छुटे और स्मरण बना रहे। (Photo: pexels)
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किस दिशा में बैठकर जाप करना चाहिए
प्रेमानंद महाराज कहते हैं कि शाम के समय उत्तर दिशा और सुबह के वक्त पूर्व दिशा में जाप करना चाहिए। इसके आगे वो कहते हैं कि जब भगवत प्रेम की बात आती है तो सब दिशाएं हमारे प्रभु की है वो जिधर बैठा उधर ही मंगल ही मंगल है। (Photo: Vrindavan Ras Mahima/FB) प्रेमानंद महाराज ने बताया प्याज लहसुन खाने वाले लड्डू गोपाल की सेवा कैसे करें?