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संघर्ष जीवन को वह हिस्सा है जो कभी नहीं खत्म होने वाला है। लेकिन सफल वही होता है जो अपने संघर्षों और कठिन परिस्थितियों में बिना डगमगाए निरंतर आगे बढ़ता रहा है। (Photo: ChatGPT) विदुर नीति: मूर्ख होते हैं यह पांच लोग, कभी नहीं हो पाते हैं सफल
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चाणक्य नीति में कई ऐसी बातें बताई गई हैं जिन्हें अपने जीवन में अमल कर कामयाबी को और भी आसान बना सकते हैं। नीति शास्त्र के अनुसार व्यक्ति को इन चार चीजों से हमेशा संतुष्ट रहना चाहिए। इसके साथ ही तीन चीजों से कभी संतुष्ट नहीं होना चाहिए।
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1- पत्नी
चाणक्य नीति के अनुसार व्यक्ति अपनी पत्नी से हमेशा संतुष्ट रहना चाहिए। पराई औरतों की तरफ देखने वाले कामयाब हो भी गए तो एक दिन उनका सब कुछ लुट जाता है। -
2- भोजन
एक व्यक्ति को जो भी भोजन मिला है उससे उसे संतुष्ट रहना चाहिए। अच्छे भोजन की चाह में समय व्यर्थ नहीं करना चाहिए। चाणक्य नीति: यह 6 चीजें बिना आग के ही शरीर को जला देती हैं, जितना हो सके रहें दूर -
3- धन
चाणक्य नीति के अनुसार व्यक्ति के पास जितना धन है उसमें वह संतुष्ट रहना सीखें। अधिक की चाह हमेशा नाश कर देती है। -
इन तीन चीजों से कभी नहीं होना चाहिए संतुष्ट
1- विद्या
चाणक्य नीति के अनुसार मनुष्य को विद्या अभ्यास यानी पठन-पाठन से कभी भी संतुष्ट नहीं होना चाहिए। जितना ज्ञान अर्जित करेंगे भविष्य उतना ही उज्जवल होगा। -
2- नाम जप
भगवान का नाम जप करने से भी कभी संतुष्ट नहीं होना चाहिए। जो व्यक्ति सच्चे मन से भगवान का नाम लेता है वह एक दिन सफल जरूर होता है। -
3- दान
नीति शास्त्र के अनुसार दान करने से भी कभी संतुष्ट नहीं होना चाहिए। सनातन धर्म में दान का खास महत्व है। धार्मिक मान्यताओं के अनुसार दान करने से मनुष्य के पाप नष्ट होते हैं और ऐसे लोगों पर भगवान की कृपा बरसती रहती है। गीता उपदेश: धोखा खाकर थक चुके हैं तो याद रखें गीता के यह 10 उपदेश, सितारे की तरह चमकने लगेंगे