-
परेशानियां जीवन से कभी खत्म नहीं होने वाली हैं। लेकिन अगर शांत रहकर सोच समझकर चलें तो इन परेशानियों से छुटकारा पा सकते हैं। (Photo: Pexels) गीता उपदेश: दुनिया की कोई ताकत आपको हरा नहीं पाएगी, मुश्किल दौर में याद रखें गीता के ये 10 उपदेश
-
प्राचीन भारत के महान विद्वानों में से एक आचार्य चाणक्य ने नीति शास्त्र की रचना की थी जिसमें जीवन के लगभग हर पहलू का जिक्र किया गया है। (Photo: ChatGPT)
-
चाणक्य नीति के जरिए व्यक्ति अपने जीवन में न सिर्फ सफलता प्राप्त कर सकता है बल्कि कई सारी परेशानियों से छुटकारा भी पा सकता है। (Photo: Pexels)
-
चाणक्य नीति में बताया गया है कि इस धरती पर वो कौन से लोग हैं जो बोझ हैं। (Photo: ChatGPT) गीता उपदेश: जब जीवन में छा गया है अंधेरा तो याद रखें गीता के ये 10 उपदेश, एक दिन सितारों की तरह चमकने लगेंगे
-
1- विद्या
चाणक्य नीति के अनुसार जिसके पास विद्या नहीं है या जो पढ़ना-लिखना नहीं चाहता वह केवल धरती का भार बढ़ाने वाले मनुष्य के रूप में विचरता पशु के समान है। -
2- तप
जिस व्यक्ति के अंदर तप नहीं है वह भी इस धरती पर बोझ है। -
3- दान
सनातन धर्म में दान का काफी खास महत्व है। चाणक्य नीति के अनुसार जिसमें दान की भावना नहीं है वह भी इस धरती पर बोझ है। प्रेमानंद महाराज ने बताया ऐसे लोगों के जीवन में कभी नहीं आता सुख, भक्ति नहीं आती है काम -
4- ज्ञान
जिसके पास ज्ञान की कमी है या फिर काफी सिखाने के बाद भी वह मूर्ख है तो ऐसे लोग धरती का भार बढ़ाने वाले विचरते पशु के समान हैं। -
5- शील
जिसका व्यवहार अच्छा नहीं है। जो हर किसी से घृणा करता है वह भी धरती पर आवारा पशुओं के समान बोझ है। -
6- गुण
जिस व्यक्ति के अंदर कोई गुण नहीं है वह भी इस धरती पर बोझ के समान है। -
7- धर्म भाव
चाणक्य नीति के अनुसार जिस व्यक्ति के अंदर धर्म भाव नहीं है वह भी धरती पर भार बढ़ाने वाले मनुष्य के रूप विचरता पशु है। नदी में पैसा फेंकना सही या गलत? प्रेमानंद महाराज ने बताया इसके बदले क्या करें
