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असम के लोकप्रिय गायक और संगीतकार जुबीन गर्ग का मंगलवार को पूरे राजकीय सम्मान के साथ अंतिम संस्कार किया गया। (PTI Photo)
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राजधानी गुवाहाटी के पास स्थित कामरकुची एनसी गांव में आयोजित इस अंतिम यात्रा में हजारों लोग उमड़े और अपनी आंखों में आंसू लिए अपने प्रिय कलाकार को विदाई दी। (ANI Photo)
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हजारों लोगों की मौजूदगी में विदाई
जुबीन गर्ग का पार्थिव शरीर अर्जुन भोगेश्वर बरूआ स्पोर्ट्स कॉम्प्लेक्स से अंतिम यात्रा के रूप में लाया गया। (AP Photo) -
जुबीन गर्ग के अंतिम दर्शन के लिए गुवाहाटी में जनसैलाब उमड़ पड़ा। रास्ते भर हजारों प्रशंसक जुबीन की झलक पाने के लिए उमड़ पड़े। (PTI Photo)
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लोग फूलों की मालाएं और तस्वीरें लेकर अपने प्रिय गायक को विदाई देने पहुंचे। कई जगहों पर मोमबत्ती जुलूस निकाले गए और उनके गीतों के जरिए उन्हें याद किया गया। (AP Photo)
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बहन ने दी मुखाग्नि
अंतिम संस्कार के दौरान चिता को उनकी बहन पाल्मी बोर्थाकुर ने मुखाग्नि दी। (PTI Photo) -
असम पुलिस ने उन्हें राजकीय सम्मान देते हुए गार्ड ऑफ ऑनर और 21 तोपों की सलामी दी। (ANI Photo)
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जैसे ही चिता जली, पूरा माहौल भावुक हो उठा। हजारों की भीड़ एक स्वर में जुबीन का लोकप्रिय गीत ‘मायाबिनी’ गाने लगी। (AP Photo)
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नेताओं और हस्तियों ने दी श्रद्धांजलि
असम के मुख्यमंत्री हिमंत बिस्वा सरमा, केंद्रीय मंत्री किरण रिजिजू, विधानसभा अध्यक्ष बिस्वजीत दैमारी और पूर्व मुख्यमंत्री सर्बानंद सोनोवाल सहित कई नेताओं ने अंतिम यात्रा में शामिल होकर उन्हें श्रद्धांजलि दी। (PTI Photo) -
मुख्यमंत्री सरमा ने कहा कि जुबीन केवल असम ही नहीं, पूरे देश की धरोहर थे। मुख्यमंत्री ने कहा कि जुबीन गर्ग केवल एक कलाकार नहीं थे बल्कि असम की आत्मा की आवाज थे। (ANI Photo)
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दूसरे पोस्टमार्टम की मांग
जुबीन का निधन 19 सितंबर को सिंगापुर में स्कूबा डाइविंग के दौरान हुआ था।. (PTI Photo) -
उनके निधन के बाद वहां पोस्टमार्टम किया गया, लेकिन असम में लोगों की मांग पर गुवाहाटी मेडिकल कॉलेज में मंगलवार सुबह दूसरा पोस्टमार्टम भी कराया गया। (ANI Photo)
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मुख्यमंत्री ने कहा कि जनता की इच्छा का सम्मान करते हुए यह कदम उठाया गया ताकि किसी प्रकार का सवाल न उठे। (ANI Photo)
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इसके बाद उनके पार्थिव शरीर को स्पोर्ट्स कॉम्प्लेक्स से अंतिम यात्रा के लिए ले जाया गया। (PTI Photo)
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तीन दशक का शानदार सफर
करीब 38,000 गीत और 40 भाषाओं व बोलियों में गाकर जुबीन गर्ग ने न सिर्फ असम बल्कि पूरे भारत और विदेशों में संगीत प्रेमियों का दिल जीता। (PTI Photo) -
बॉलीवुड में भी उन्होंने अपनी अलग पहचान बनाई। उनकी आवाज और संगीत ने असमिया संस्कृति को देश-दुनिया में खास पहचान दिलाई। (PTI Photo)
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शोक में डूबा असम
गुवाहाटी से लेकर तेजपुर तक जगह-जगह मोमबत्ती जुलूस और श्रद्धांजलि सभाओं का आयोजन हुआ। (ANI Photo) -
फैंस उनके गीत गाकर और तस्वीरों पर फूल चढ़ाकर उन्हें याद कर रहे हैं। (ANI Photo)
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उनकी पत्नी गरिमा सैकिया गर्ग और परिवार ने लोगों का धन्यवाद करते हुए कहा कि जुबीन भले ही अब हमारे बीच नहीं हैं, लेकिन उनकी आवाज और संगीत हमेशा जिंदा रहेंगे। (ANI Photo)
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जुबीन गर्ग के जाने से असम ही नहीं, पूरे देश ने अपने संगीत का एक अनमोल रत्न खो दिया। लेकिन उनका संगीत और उनकी यादें हमेशा लोगों के दिलों में जीवित रहेंगी। (ANI Photo)
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