-
ओटीटी प्लेटफॉर्म नेटफ्लिक्स पर हाल ही में रिलीज हुई वेब सीरीज IC 814: द कंधार हाईजैक को लेकर इस वक्त काफी बवाल मचा हुआ है। सच्ची घटना पर आधारित इस सीरीज में जिन आतंकियों ने प्लेन को हाईजैक किया था उनका असली नाम बताने के बजाय ‘भोला’ और ‘शंकर’ नाम बताया गया है। ये दोनों ही नाम हिंदू भगवान के हैं। गृह मंत्रालय ने इस मामले पर नेटफ्लिक्स के कॉन्टेंड हेड को समन जारी किया है। (Vijay Varma/Insta)
-
ये भारत के इतिहास की सबसे बड़ी हाईजैक थी। इस हाईजैक का मकसद था तीन खूंखार आतंकियों की रिहाई करवाना। आइए जानते हैं इसके बारे में कुछ खास जानकारी: (Vijay Varma/Insta)
-
IC 814 विमान ने 24 दिसंबर 1999 को काठमांडू में स्थित त्रिभुवन इंटरनेशनल एयरपोर्ट से दिल्ली के इंदिरा गांधी इंटरनेशनल एयरपोर्ट के लिए उड़ान भरी थी लेकिन आतंकियों ने इसे बीच में ही हाईजैक कर लिया था। (Vijay Varma/Insta)
-
आईसी 814 इंडियन एयरलाइंस की विमान थी और इसमें 176 पैसेंजर्स के साथ 15 क्रू मेंबर्स सवार थे। इस प्लेन के पायलट कैप्टन देवी शरण थे जिनका किरदार विजय वर्मा ने निभाया है। वहीं, चीफ फ्लाइट अटेंडेंट अनिल शर्मा थे। (Vijay Varma/Insta)
-
इस फ्लाइट को शाम करीब 5:30 बजे भारतीय एयरस्पेस में घुसते समय हाईजैक किया गया था। आतंकी इस विमान को लाहौर ले कर जाना चाहते थे लेकिन वहां तक उड़ान भरने के लिए विमान में फ्यूल नहीं था। ऐसे में रिफ्यूलिंग के लिए मजबूरन अमृतसर में लैंड करना पड़ा। (Indian Express)
-
हालांकि, कुछ ही देर बाद प्लेन बिना फ्यूल भरवाए ही वहां से टेक ऑफ हो गया और पाकिस्तान के लाहौर में इमरजेंसी लैंडिंग करनी पड़ी। 10:30 बजे फ्यूल भरवाने के बाद फ्लाइट ने लाहौर से दुबई के अल मिनहाद एयर बेस पर लैंड किया जहां 27 यात्रियों को रिहा कर दिया गया। (Indian Express)
-
इसके बाद ये फ्लाइट अफगानिस्तान के कंधार में लैंड हुई। उस दौरान अफगानिस्तान की सत्ता तालिबान के हाथों में थी। इस हाईजैक में यात्रियों को 8 दिनों तक बंधक बनाकर रखा गया था। जिन पांच आतकियों ने इस विमान को हाईजैक किया था उनका नाम इब्राहिम अख्तर, शाहिद अख्तर, सन्नी अहमद, जहूर मिस्त्री और शाकिर था। (Indian Express)
-
हाईजैकर्स ने भारत सरकार के आगे 36 आतंकियों की रिहाई के साथ ही 20 करोड़ अमेरिकी डॉलर की मांग रखी थी। हालांकि, बाद में सिर्फ 3 आतंकियों को रिहा किया गया। (Indian Express)
-
तत्कालीन अटल बिहारी वाजपेयी सरकार के विदेश मंत्री जसवंत सिंह ने तीन आतंकवादियों को अपने साथ कंधार लेकर गए थे। छोड़े गए आतंकवादियों में जैश-ए-मोहम्मद का प्रमुख मसूद अजहर, अहमद जरगर और शेख अहमद उमर सईद था। इसके बाद आतंकियों ने बंधकों को रिहा कर दिया। (Indian Express)
