-
कहानियां जो दिल छू जाती हैं, जो आपको रुककर सोचने पर मजबूर करती हैं, और अपने भीतर झांकने का मौका देती हैं। कभी किसी किरदार में अपना अक्स नजर आता है, तो कभी किसी सफर में अपनी भूली भावनाएं। कुछ फिल्में ऐसी होती हैं जो सिर्फ मनोरंजन नहीं देतीं, बल्कि भीतर कहीं दबे हुए ‘आप’ को बाहर निकालकर सामने रख देती हैं। यहां कुछ ऐसी ही भारतीय फिल्में हैं, जो आपको खुद तक लौटने का रास्ता दिखाती हैं।
-
Rockstar
एक लड़का जिसे लगता है कि दुख मिलेगा तो वह ‘रॉकस्टार’ बन जाएगा। लेकिन असली दर्द उसे अपने प्यार में मिलता है। उसकी संगीत-यात्रा दरअसल उसकी आत्मा तक की यात्रा बन जाती है। -
Highway
एक लड़की जिसे बंधन में रखा गया था, उसे आजादी एक अपहरण के बाद मिलती है। यह कहानी दिखाती है कि कभी-कभी हमें दुनिया से दूर जाकर खुद से मिलना पड़ता है। -
Taare Zameen Par
एक बच्चा जिसे दुनिया गलत समझती है। और एक शिक्षक जो उसे पहली बार सही देखता है। सिर्फ एक व्यक्ति की करुणा किसी की पूरी जिंदगी बदल सकती है, यह फिल्म यही सच गहराई से कहती है। -
Udaan
एक किशोर जो घर की बंदिशों में घुट रहा है, लेकिन भीतर कहीं एक चिंगारी है जो बुझने से मना करती है। उसकी यात्रा बताती है कि अपनी आवाज पाना ही पहला कदम होता है आजादी की ओर। -
Barfi
दो लोग, जो ‘नॉर्मल’ की परिभाषा में फिट नहीं बैठते, लेकिन दिल से बिल्कुल साफ हैं। यह फिल्म सिखाती है कि रिश्तों में खामोशियां भी बहुत कुछ कहती हैं और अपूर्णता में भी सुंदरता होती है। -
October
एक साधारण-सा लड़का, जिसकी जिंदगी एक हादसे से बदल जाती है। किसी की परवाह करना कभी-कभी हमें हमारे असली रूप तक पहुंचा देता है, बिना शोर, बिना दावे के। -
Zindagi Na Milegi Dobara
तीन दोस्तों का एक ट्रिप, जो निभते-निभते जीवन की सबसे सच्ची सीख बन जाता है। हर किरदार अपने डर को तोड़कर उससे थोड़ा हल्का, थोड़ा ईमानदार और थोड़ा ज्यादा ‘खुद’ होकर बाहर आता है। -
Tamasha
दुनिया की मशीन में फंसा एक आदमी, जिसे अचानक कोई ऐसा मिलता है जो उसे उसकी असलियत दिखाता है। यह फिल्म बताती है कि जिंदगी की सबसे बड़ी लड़ाई अक्सर दुनिया से नहीं, खुद से होती है। -
Dear Zindagi
भावनाओं के उलझे धागों में फंसी एक लड़की, जो खुद से ही भागती रहती है। लेकिन एक शांत, समझदार थेरेपिस्ट उसे बताता है कि टूटना कमजोरी नहीं—बल्कि शुरूआत है। यह कहानी सिखाती है कि खुद को संभालना भी एक कला है। -
Wake Up Sid
एक बेफिक्र लड़का, जिसे लगता है कि जिंदगी मजाक है। लेकिन जब जिम्मेदारी दरवाजा खटखटाती है, तो उसे पहली बार खुद को समझने का मौका मिलता है। यह फिल्म याद दिलाती है कि ‘बड़े होना’ कठिन जरूर है, लेकिन बेहद खूबसूरत भी।