रामपुर से समाजवादी पार्टी के सांसद आजम खान ने ‘एनकाउंटर’ की साजिश की आशंका जताई है। इसके साथ ही उन्होंने संकेत दिए हैं कि वह सांसदी छोड़ सकते हैं। उन्होंने राज्य सरकार पर कई गंभीर आरोप भी लगाए हैं। उन्होंने रामपुर में कहा कि मुझे रास्ते से हटाने लिए राज्य सरकार द्वारा हर तरह की कोशिश की गई है। इसके लिए मुझपर कई तरह के गंभीर आरोप लगाए गए हैं। इसके अलावा मेरी हत्या की भी साजिश रची गई है।
अपने बयान को लेकर अक्सर चर्चा में रहने वाले आजम ने आगे कहा ‘संभावना है कि मैं सांसदी छोड़ दूं और विधानसभा चुनाव लड़ू। सरकार के अधिकारियों द्वारा मुझपर कई आरोप लगाए जा रहे है ताकि मुझे हिस्ट्रीशीटर कहकर मेरा ‘एनकाउंटर’ करवाया जा सके।
रामपुर के विकास को लेकर जाहिर की नारजगी
पत्रकारों से बातचीत करते हुए सपा सांसद ने अपने संसदीय क्षेत्र में काम न होने पर राज्य सरकार को जिम्मेदार ठहराया। उन्होंने कहा कि यहां पर को डॉक्टर और हेल्थ सुविधाएं नहीं है। हम यहां पर एक अस्तपताल चला रहे हैं लेकिन मुझे डर है कि इसे भी बंद न करवा दिया जाए। बैराज निर्माण का काम काफी समय से पेंडिंग चल रहा है जिसे निश्चित तौर पर पूरा होना चाहिए।
सांसद बनने के बाद दर्ज हुआ केस
आजम पर कोसा नदी पर कब्जे का आरोप लगा है और इसपर केस भी दर्ज हुआ है। दरअसल दर्ज केस के मुताबिक यूपी का कैबिनेट मंत्री रहते हुए आजम ने कथित तौर पर कोसा नदी की जमीन पर कब्जा किया। और सरकारी काम में बाधा डाली। जिसके बाद तहसीलदार की तहरीर पर उनपर केस दर्ज मामले की जांच शुरू कर दी गई है। वहीं अपने ऊपर दर्ज मामले पर सांसद ने कहा कि मीडिया उनपर दर्ज केस को बढ़ा-चढ़ाकर पेश करता है। मुझे ऐसे पेश किया जाता है कि जैसे मैं यूपी का सबसे ज्यादा आपराधिक मामलों में शामिल होने वाला सांसद हूं।