नागरिकता संशोधन कानून (सीएए) के समर्थन में शुक्रवार को गृह मंत्री अमित शाह ने ओडिशा के भुवनेश्वर में रैली की। शाह ने दिल्ली हिंसा का मुद्दा उठाते हुए आरोप लगाया कि विपक्षी दल नागरिकता कानून पर लोगों को उकसा कर दंगे करवा रहे हैं। शाह ने कहा कि लोगों को घरों से निकलना चाहिए और जो लोग दिक्कत पैदा कर रहे हैं, उनसे पूछना चाहिए कि सीएए के कौन से हिस्से में लोगों की नागरिकता छीनने की बात की गई है।
शाह ने आगे कहा, “विपक्ष के लोग संशोधित नागरिकता कानून को लेकर भ्रम फैला रहे हैं। कह रहे हैं कि इससे मुसलमानों की नागरिकता चली जाएगी। जबकि इस कानून में किसी भारतीय की नागरिकता लेने का प्रावधान नहीं है। उन्होंने दावा किया कि मोदी सरकार ने पूर्वी भारत के विकास के दरवाजे खोले हैं।
‘कांग्रेस जो 55 सालों में नहीं कर पाई, वो 5 सालों में हुआ’: शाह ने कहा, “कांग्रेस पिछले 55 साल में जो करने में विफल रही, उसे पीएम मोदी के नेतृत्व वाली सरकार ने पांच साल में कर दिखाया। सरकार ने पिछले 70 सालों से लटके कई मसलों का समाधान किया गया है, जिसमें अनुच्छेद 370 को हटाना शामिल है। उन्होंने कहा कि पीएम दूसरे कार्यकाल में एक बहुत बड़ी योजना लाए हैं, जिसके तहत 2024 तक देश के हर घर में नल से स्वच्छ पीने का पानी पहुंचेगा।
‘ओडिशा में भाजपा जनता की आवाज बनी’: गृह मंत्री ने कहा कि इतने वर्षों की यात्रा में यहां कांग्रेस पार्टी पहली बार मुख्य विपक्षी दल से नीचे उतरी और भाजपा का हमारा कार्यकर्ता आज विपक्ष के नेता के रूप में विधानसभा में बैठकर ओड़िशा की जनता की आवाज बना है।
‘गुजरात की तरह ही मुझे अपना घर लगा है ओडिशा’: शाह ने लोकसभा चुनाव में भाजपा को 8 सीटें दिलाने पर ओडिशा की जनता का धन्यवाद किया। उन्होंने कहा, “मैं आज सभी ओड़िशा वासियों को बताना चाहता हूं कि मैं पांच साल तक पार्टी अध्यक्ष रहा हूं, कई बार ओड़िशा आया, यहां के कई शहरों में गया और कार्यकर्ताओं से मिला। कभी भी ओड़िशा मुझे गुजरात से अलग नहीं लगा और यह हमेशा मुझे अपना दूसरे घर का अहसास देता है।”