हवाई में दुनिया की सबसे बड़ी दूरबीन लगाए जाने की योजना के खिलाफ प्रदर्शन होने के बाद दूसरी जगहों पर विचार किया जा रहा है। इनमें लद्दाख का हानले भी शामिल है। दरअसल, थर्टी मीटर टेलीस्कोप की स्थापना का मकसद ब्रह्मांड संबंधी रिसर्च करना है। इसे हवाई के ‘मौना की’ पर स्थापित किया जाना था, लेकिन लोग इस परियोजना के विरोध में आ गए।
परियोजना निदेशक बाचम ईश्वर रेड्डी ने कहा, “हवाई प्रांत की एजेंसियां अदालत की ओर से प्रक्रिया अपनाए जाने के बाद परमिट पर काम कर रही हैं। टीएमटी यूनिवर्सिटी ऑफ हवाई तथा दूसरी एजेंसियों के साथ विचार-विमर्श करते हुए विचार-विमर्श कर रहा है। कोशिश है कि टीएमटी की स्थापना मौना की पर हो।” इनमें चिली, हानले, लद्दाख और दूसरे स्थानों शामिल हैं। इन सबका तकनीकी और तार्कित व्यवहारिकता का आकलन किया जा रहा है।
अगर यह परियोजना भारत में आती है तो इससे कई दरवाजे खुलेंगे। विज्ञान एवं प्रौद्योगिकी मंत्रालय के एक अधिकारी ने कहा, “इस परियोजना से देश में उच्च स्तर की तकनीक और विशेषज्ञता विकसित करने में भी मदद मिलेगी।”
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