त्रिपुरा रविवार को देश के ब्रॉड गेज रेल मानचित्र पर आ गया। रेल मंत्री सुरेश प्रभु ने अगरतला-नई दिल्ली ‘त्रिपुरा सुंदरी एक्सप्रेस’ को हरी झंडी दिखा कर इसका उद्घाटन किया। वहीं, अगरतला से लेकर बांग्लादेश में अखौरा को रेल संपर्क से जोड़ने की बहुप्रतीक्षित योजना की आधारशिला कार्यक्रम में प्रभु और उनके बांग्लादेशी समकक्ष मोहम्मद मुजीबुल हक ने संयुक्त रूप से रखी।
‘त्रिपुरा सुंदरी एक्सप्रेस’ रविवार को सप्ताह में एक दिन चलेगी और गुवाहाटी-न्यू जलपाईगुड़ी होकर 47 घंटे बाद नई दिल्ली पहुंचेगी। अगरतला-दिल्ली रेल संपर्क पर 968 करोड़ रुपए खर्च किए गए हैं।

सभा को संबोधित करते हुए प्रभु ने कहा कि अगरतला और कोलकाता के बीच नियमित ट्रेन अगले माह शुरू की जाएगी। उन्होंने कहा, ‘कोलकाता देश की सांस्कृतिक राजधानी है और त्रिपुरा का उसके साथ लंबा ऐतिहासिक संबंध है।’ अगरतला-अखौरा रेल संपर्क पर प्रभु ने कहा कि यह ट्रांस-एशियाई रेल संपर्क का हिस्सा होगा। उन्होंने कहा, ‘हम बांग्लादेश के साथ संपर्क के प्रति वचनबद्ध हैं। भारत और बांग्लादेश के बीच संबंध बेहद सौहार्दपूर्ण है और उनका (बांग्लादेश) रवैया हमारी पहल में सहयोगात्मक है।’ यहां से रेलवे लाइन को त्रिपुरा में दक्षिणतम शहर सबरूम तक बढ़ाया जाएगा। सबरूम बांग्लादेश में चटगांव बंदरगाह से सिर्फ 75 किलोमीटर दूर है। प्रभु ने कहा, ‘चटगांव बंदरगाह एशिया में सर्वश्रेष्ठ बंदरगाह है। हम भारतीय रेल पटरियों को सबरूम के रास्ते चटगांव बंदरगाह से जोड़ना चाहते हैं।’ प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी पूर्वोत्तर क्षेत्र को पर्यटन का केंद्र बनाना चाहते हैं। प्रभु ने कहा, ‘हम समूचे पूर्वोत्तर में रेलवे नेटवर्क विकसित करना चाहते हैं और इसे पर्यटन का केंद्र बनाना चाहते हैं। हम बांग्लादेश को उसी पर्यटन सर्किट पर लाना चाहते हैं।

बांगलादेश के रेल मंत्री मोहम्मद मुजीबुल हक ने कहा, ‘हमारा समर्थन करने और मुक्ति संग्राम के दौरान हमें आश्रय देने के लिए हम हमेशा भारत के लोगों का सम्मान करते हैं। हम जनता के स्तर पर संपर्क चाहते हैं। हमारी प्रधानमंत्री शेख हसीना ने मुझसे भारत के लोगों के प्रति प्रेम और सम्मान प्रेषित करने को कहा।’ बांग्लादेश ने अब खुलना और कोलकाता के बीच नई ट्रेन शुरू करने का फैसला किया है। यह ढाका और कोलकाता के बीच चलने वाली मैत्री एक्सप्रेस ट्रेन के अतिरिक्त होगी। हक ने आतंकवाद से लड़ने में भारत से मदद मांगी। उन्होंने कहा, ‘यह वैश्विक परिघटना है और हम (बांग्लादेश) आतंकवाद से लड़ने में भारत के सक्रिय सहयोग की मांग करते हैं।’

रेल राज्य मंत्री राजन गोहैन ने कहा कि 2020 तक सभी पूर्वोत्तर राज्यों की राजधानियों को रेल नेटवर्क से जोड़ा जाएगा और मणिपुर, मिजोरम और अरूणाचल प्रदेश में पहले ही काम चल रहा है। त्रिपुरा के मुख्यमंत्री माणिक सरकार और उनके मंत्रिमंडल के सदस्य भी कार्यक्रम में मौजूद थे। अगरतला-अखौरा रेल संपर्क के लिए भूमि का अधिग्रहण पहले ही शुरू कर दिया गया है और डोनर मंत्रालय ने 580 करोड़ रुपए जारी किए हैं। 15. 054 किलोमीटर लंबी रेल पटरी बिछाने का काम 2017 तक पूरा हो जाएगा। कुल रेल लाइन में सिर्फ पांच किलोमीटर भारत की तरफ होगा और शेष हिस्सा बांग्लादेश में होगा। दोनों देशों के बीच रेल संपर्क पर समझौता जनवरी 2010 में शेख हसीना की नई दिल्ली यात्रा के दौरान हुआ था।