एअर इंडिया में सीट के विवाद को लेकर कर्मचारी से मारपीट करने वाले शिवसेना सांसद रवींद्र गायकवाड़ का विवादों से पुराना नाता रहा है।इससे पहले 2014 में एक मुस्लिम वेटर के मुंह में रमजान के दौरान जबरदस्ती रोटी ठूंसने पर रवींद्र गायकवाड़ विवादों में आए थे। राजनीति से पहले एक शिक्षक होने के बावजूद उन पर कई मामले दर्ज हैं।

पेशे से शिक्षक रहे रवींद्र गायकवाड़ दो बार विधायक बनने के बाद 2014 में शिवसेना से लोकसभा सांसद चुने गए। गायकवाड़ अपने लोकसभा क्षेत्र उस्मानाबाद में रवि सर के नाम से मशहूर हैं। एम कॉम और बीएड की डिग्री ले चुके रवींद्र गायकवाड़ पिछले दो सालों से संसद भवन की सुरक्षा समीति के सदस्य भी हैं। ऐसे में सवाल उठता है कि इतना शिक्षित होने और सुरक्षा समीति के सदस्य जैसे अहम पदों पर रहने वाले व्यक्ति से क्या ऐसे आचरण की उम्मीद की जा सकती है। लेकिन सबकी उम्मीदों को धता बताते हुए गायकवाड़ ऐसे काम करते आए हैं जो उनकी शिक्षा औप पद की गरिमा के विपरीत हैं।

शिवसेना सांसद गायकवाड़ साल 2014 में दिल्ली के महाराष्ट्र सदन में परोसी गई रोटी की गुणवत्ता से इतने खफा हुए कि वेटर से बद्तमीजी पर उतर आए। उन्हें जब सदन की रोटी से नाराजगी हुई तो उन्होंने कैंटीन के वेटर को तलब किया। वेटर से बात करने के बाद उन्हें पता चला कि वो मुस्लिम धर्म से संबंध रखता है। वेटर को देखते ही उनका गुस्सा सातवें आसमान पर पहुंच गया। गायकवाड़ ने वही रोटी उस मुसलमान वेटर के मुंह में ठूस दी। ध्यान देने वाली बात ये थी कि जिस समय सांसद उस मुस्लिम वेटर को जबरदस्ती रोटी खिला रहे थे उस समय रमजान चल रहा था। रवींद्र गायकवाड़ के इस आचरण से खूब हो हल्ला हुआ था।

लेकिन कभी भी अपनी पुरानी गलतियों से सीख ना लेते हुए वह आगे भी विवादों में फंसते रहे। आज शिवसेना के इस सांसद के खिलाफ कई आपराधिक मामले दर्ज हैं। इनमें मारपीट के अलावा अपराधिक प्रकरण भी हैं। रवींद्र गायकवाड़ पिछले तीन सालों से सांसद हैं लेकिन उनकी संसद में उपस्थिति दूसरे सांसदों के मुकाबले काफी कम है। एअर इंडिया कर्मचारी से मारपीट के बाद गायकवाड़ एक बार फिर विवादों में घिर गए हैं।

आपको बता दें कि गुरुवार को मुंबई से दिल्ली आ रही एअर इंडिया की फ्लाइट में सीट को लेकर उन्होंने एक कर्मचारी की पिटाई कर दी थी। मामले को तूल पकड़ता देख भी गायकवाड़ की हेकड़ी कम नहीं हुई और ना तो उन्होंने अपने इस कृत्य की किसी भी तरह से माफी ही मांगी है।