बैंक गए ग्राहकों को अक्सर यह शिकायत रहती हैं कि उनके साथ बैंक कर्मियों का बर्ताव अच्छा नहीं रहा। कई बार ग्राहकों को बैंक से भी शिकायत रहती है। ऐसे में ग्राहकों को समझ नहीं आता है कि इस संबंध में आगे क्या कदम उठाए जाने चाहिए। एक पुराना तरीका यह है कि ब्रांच प्रबंधक को शिकायत के बारे में सूचित करते हुए एक पत्र लिखा जाए। यहां तक तो बात ठीक है लेकिन डिजिटल युग में और भी कई सारे प्रभावशाली तरीके हैं जिनके जरिए आप बैंक कर्मी के बुरे बर्ताव के बारे में शिकायत कर सकते हैं।
क्या हैं तरीके: स्टेट बैंक ऑफ इंडिया जैसे बैंक ग्राहकों को शिकायत दर्ज करने के कई विकल्प देते हैं। आप एसएमएस, कस्टमर केयर और सीएमएस पोर्टल (https://cms.onlinesbi.com/CMS/) पर भी अपनी शिकायत दर्ज करा सकते हैं। इसके अलावा कोरा पर पूछे गए सवालों में एसबीआई के मुताबिक ब्रांच को ध्यान में रखते हुए उस शाखा पर शिकायत पत्र लिखने के अलावा आप 1-800-425-3800 / 1-800-11-22-11 टोल फ्री नंबर पर भी कॉल कर सकते हैं और अपनी शिकायत बता सकते हैं।
इसके अलावा आप अगर बैंक की सेवा से खुश नहीं हैं तो आप UNHAPPY लिखकर 8008202020 पर भेज सकते हैं। जिसके बाद सेल्स एक्जक्यिटीव खुद आप से बात कर आपकी शिकायत दूर करेगा। इसके अलावा आप एसबीआई के सीएमएस पोर्टल पर जाकर complaint >> Nature of Complaint >> Nature of complaint जाकर अपनी शिकायत दर्ज करा सकते हैं। यहां से आप जनरल बैंकिंग से लेकर ब्रांच तक की शिकायत के बारे में सूचित कर सकते हैं।
एसबीआई के अलावा एचडीएफसी बैंक में भी शिकायत दर्ज कराने की प्रक्रिया भी कुछ इसी तरह की है। टोल फ्री कॉल कर शिकायत दर्ज कराने पर आपको एक कंप्लेन आईडी मिलती है। आप ऑनलाइन https://v1.hdfcbank.com/assets/popuppages/grievance_redressal_mechanism.html पर जाकर आप ऑनलाइन शिकायत भी दर्ज करा सकते हैं।शिकायत दर्ज कराने के बाद 30 दिन के अंदर बैंक द्वारा आपकी शिकायत दूर की जाएगी। ऐसा नहीं पर ग्राहक आगे की शिकायत के लिए जा सकता है।
आरबीआई के मुताबिक बैंकिंग लोकपाल योजना 2006 के तहत ग्राहकों की शिकायतों का अगर 30 दिन के अंदर जवाब नहीं दिया जाता है तो ग्राहक बैंक के लोकपाल से इस संदर्भ में शिकायत कर सकता है। बैंक लोकपाल के बारे में और जानकारी के लिए आप https://rbi.org.in/Scripts/AboutUsDisplay.aspx?pg=BankingOmbudsmen.htm” पर जाकर और जानकारी हासिल कर सकते हैं।
आरबीआई की रिपोर्ट के मुताबिक 2017-18 के दौरान बैंकिंग लोकपाल कार्यालयों द्वारा प्राप्त शिकायतों की संख्या में 25 प्रतिशत की वृद्धि हुई है। ज्यादातर शिकायतें शहरी इलाकों की थीं। ऐसा इसलिए हुआ है क्योंकि शहरी इलाकों में लोगों को बैंकों में असुविधा होने पर शिकायत की सुविधा के बारे जानकारी होने लगी है। बैंक से जुड़ी ज्यादातर शिकायत पेंशनरों की और एटीएम/डेबिट कार्ड संबंधी होती है।