हैदराबाद यूनिवर्सिटी में वामपंथी छात्र संगठन एसएफआई के नेता ने राज कुमार साहू का कहना है कि रोहित वेमुला की मौत को लेकर आंदोलन का खर्च कांग्रेस, वामपंथी अवसरवादी राजनीतिक दलों ने उठाया था। साहू ने एक अंग्रेजी चैनल से बातचीत में यह दावा किया। साहू ने कहा कि इसी के चलते उन्‍होंने एसएफआई से इस्‍तीफा दे दिया। इस्तीफा देने वाले राजकुमार ने कहा कि चार महीनों तक जारी रहे विरोध प्रदर्शन भी रोहित वेमुला को न्याय नहीं दिला पाए। अपने इस्‍तीफे में उन्‍होंने लिखा, ”एसएफआई तथा एचसीयू में मौजूदा माहौल गंदा हो चुका है। एसएफआई की राजनीति अवसरवादी हो गई है और सिद्धांतों पर आधारित नहीं है।”

साहू के बयान के बाद केंद्रीय मंत्री वैंकेया नायडू ने  Tweet कर कांग्रेस और वामपंथी दलों को घेरा। उन्‍होंने कहा,”रोहित वेमुला से जुड़े मामले में कांग्रेस और वामपंथियों की भूमिका की पोल खुल गई है।”

गौरतलब है कि हैदराबाद यूनिवर्सिटी के पीएचडी स्‍कॉलर रोहित वेमुला होस्टल के अपने कमरे में लटके हुए मिले थे। वेमुला स्‍कॉलराशिप ने मिलने से परेशान थे। इस घटना के बाद काफी हंगामा हुआ था। विपक्षी दलों ने केंद्र सरकार को इस मामले में घेरा था। केंद्रीय मंत्री बंडारू दत्‍तात्रेय निशाने पर रहे थे। उनका इस्‍तीफा भी मांगा गया थाा। पिछले दिनों रोहित की मां और भाई ने बौद्ध धर्म ग्रहण कर लिया