Narendra Modi Cabinet Ministers List of India 2019 Ramesh Pokhriyal Nishank: ‘पूछो जरा इन सपनों से, क्यों चले आते हैं, कहां से ये आते हैं, कहां चले जाते हैं।’ राजनीतिक गलियारों से शायद ही इस तरह की पंक्तियों की अपेक्षा होती हो। पर हिमालय की ठंडी वादियों में सालों से राजनीतिक उठापटक का हिस्सा रहे रमेश पोखरियाल निशंक की भावनाएं थोड़ी हटकर हैं। मोदी सरकार के नए कैबिनेट का हिस्सा बने रमेश पोखरियाल उत्तराखंड के मुख्यमंत्री भी रह चुके हैं।
लोकसभा चुनाव 2019 में उत्तराखंड की सभी 5 सीटों पर बीजेपी ने ही कब्जा किया है। पिछली मोदी सरकार में सांसद अजय टमटा को कैबिनेट में शामिल होने का मौका मिला था। इस बार निशंका की सादगी मोदी-शाह को भा गई और उन्हें कैबिनेट में शामिल करने का फैसला लिया गया।
राजनीतिक अनुभव के लिहाज से देखें तो उत्तराखंड के पांचों बीजेपी सांसदों में रमेश पोखरियाल निशंक का अनुभव सबसे अधिक है। पिछली बार पीएम मोदी ने अपनी सरकार में सबसे युवा सांसद अजय टम्टा को मौका दिया था तो वहीं इस बार सबसे अनुभवी सांसद को मौका दिया गया है।
निशंक दूसरी बार हरिद्वार से लोकसभा चुनाव जीतकर संसद पहुंचे हैं। वह छह बार विधायक रहे हैं और एक बार उत्तराखंड के मुख्यमंत्री भी रह चुके हैं। उत्तर प्रदेश में भी निशंक दो बार कैबिनेट मंत्री रह चुके हैं। पोखरियाल का राजनीतिक सफर 1991 के विधानसभा चुनाव से शुरू हुआ। विधायक, मंत्री, मुख्यमंत्री, सांसद के पड़ाव को पार करते हुए अब वह केंद्रीय मंत्री बने हैं। 30 साल के चुनावी सफर में निशंक सिर्फ एक बार ही हारे हैं, वह 2002 का उत्तराखंड का पहला चुनाव थलीसैंण से हार गए थे।
डॉक्टरेट की उपाधि है निशंक के पास
रमेश पोखरियाल निशंक का एकेडमिक बैकग्राउंड काफी अच्छा रहा है। उन्होंने पीएचडी और डीलिट की उपाधि भी हासिल की है। लोकसभा चुनाव के दौरान दायर अपने शपथ पत्र में निशंक ने बताया कि उनके पास करीब 3 करोड़ की चल-अचल संपत्ति है। इसके अलावा कोई आपराधिक मामला भी दर्ज नहीं है। पोखरियाल उत्तराखंड के सबसे युवा मुख्यमंत्री थे।