3000 या इससे अधिक रन बनाने वाले 19वें भारतीय बल्लेबाज बने भारतीय क्रिकेट टीम के कप्तान विराट कोहली।

18 पारियों में टैस्ट कप्तान के रूप मे कोहली ने शतकीय पारी के दौरान 1000 रन भी पूरे किए। कोहली ने बतौर कप्तान अब तक 18 पारियों में पांच शतकों और दो अर्धशतकों की मदद से 61.11 की औसत से 1039 रन बनाए हैं।

18पारियों में बतौर कप्तान महेंद्र सिंह धोनी ने भी 1000 रन पूरे करने का करिश्मा किया था। सुनील गावस्कर ने 14 पारियों में यह उपलब्धि पाई थी। विराट कोहली का औसत भारतीय कप्तानों में सर्वश्रेष्ठ जबकि दुनिया के सभी कप्तानों में चौथे नंबर पर है। यह उपलब्धि 15 या इससे अधिक पारियों के हिसाब से है।
5 वां टैस्ट शतक है यह कोहली का विदेशी सरजमीं पर कप्तान के रूप में। उन्होंने बतौर कप्तान विदेशी भूमि पर भारत की ओर से सबसे अधिक शतक के मोहम्मद अजहरुद्दीन के रिकार्ड की बराबरी कर ली है। कोहली ने 12 पारियों में पांच शतक ठोंके जबकि अजहरुद्दीन ने 41 पारियों में।

3 भारतीय बल्लेबाजों ने विंडीज में अपने पहले ही टैस्ट में शिखर धवन (84 रन) से अधिक रन बनाए हैं। ये हैं- पॉली उमरीगर 130 रना 1952-53, ब्रजेश पटेल 115 नाबाद रन 1975-76 और अजय जडेजा 96 रन। वैसे धवन चार देशों में अपने पहले ही टैस्ट में शतक बना चुके हैं। भारत में 187 रन, न्यूजीलैंड में 115 रन, बांग्लादेश में 173 रन और श्रीलंका में 134 रन।
सहवाग के बाद कोहली
’180 रन ठोंककर वीरेंद्र सहवाग वेस्ट इंडीज के खिलाफ पहले ही दिन सर्वाधिक रन बनाने वाले भारतीय बल्लेबाज हैं। उन्होंने 2006 में ग्रास आइलेट में यह उपलब्धि हासिल की थी। कोहली ने पहले दिन नाबाद 143 रन बनाए। यह उनका तीसरा सर्वाधिक टैस्ट स्कोर है।

बेहतरीन फार्म में चल रहे कप्तान विराट कोहली के 12वें टैस्ट शतक की मदद से भारत ने यहां वेस्टइंडीज के खिलाफ पहले क्रिकेट टैस्ट के पहले दिन पहली पारी में चार विकेट पर 302 रन बनाए। कोहली (नॉट आउट 143) ने मोर्चे से अगुआई करते हुए बेहतरीन पारी खेली जबकि सलामी बल्लेबाज शिखर धवन ने भी 84 रन का योगदान दिया। अपने 42वें टैस्ट में 3000 रन पूरे करने वाले भारतीय कप्तान दिन का खेल खत्म होेने पर रविचंद्रन अश्विन (नॉट आउट 22) के साथ खेल रहे थे। दोनों पांचवें विकेट के लिए अब तक 66 रन जोड़ चुके हैं। भारत ने सतर्क शुरुआत की। टीम ने पहले सत्र में 27 ओवर में एक विकेट पर 72 रन बनाए लेकिन इसके बाद कोहली ने रन गति में इजाफा किया। दिन का खेल खत्म होने तक भारत ने 3.35 रन प्रति ओवर की प्रभावी रन गति हासिल की। सपाट पिच पर वेस्टइंडीज के गेंदबाज मेहमान टीम के बल्लेबाजों को परेशान करने में नाकाम रहे। कोहली के टास जीतकर पहले बल्लेबाजी करने का फैसला किया जिसके बाद शुरुआत में भारतीय बल्लेबाजों को कुछ परेशानी हुई।

भारत ने बाएं हाथ के स्पिनर रविंद्र जडेजा को टीम में शामिल नहीं किया और इसकी जगह तीन तेज गेंदबाजों के साथ उतरने का फैसला किया। उमेश यादव, मोहम्मद शमी और इशांत शर्मा को तेज गेंदबाजी विभाग में जिम्मेदारी मिली जबकि स्पिन विभाग में अश्विन और अमित मिश्रा को शामिल किया गया।वेस्टइंडीज ने रोस्टन चेज को पदार्पण का मौका दिया और सात विशेषज्ञ बल्लेबाजों को टीम में शामिल किया।
मुरली विजय और धवन ने भारत को सतर्क शुरुआत दिलाई। गेंदबाजी आक्रमण की शुरुआत शेनन गैब्रियल (43 रन पर एक विकेट) और जेसन होल्डर (बिना विकेट के 41 रन) ने की। वेस्टइंडीज ने पहले दिन सुबह नई गेंद से तरोताजा पिच का पूरा फायदा उठाया।

होल्डर ने शार्ट गेंद फेंककर धवन की परीक्षा ली। गैब्रियल ने भी अपनी तेजी से धवन को परेशान किया। विजय क्रीज पर सहज दिख रहे थे और उन्होंने काफी गेंद छोड़ी। गैब्रियल ने हालांकि उछाल लेती गेंद पर उन्हें दूसरी स्लिप में क्रेग ब्रेथवेट के हाथों कैच करा दिया। विजय ने सात रन बनाए। चेतेश्वर पुजारा (16) तीसरे नंबर पर बल्लेबाजी करने उतरे और कभी परेशानी में नजर नहीं आए। भारतीय बल्लेबाजों को आफ स्पिनर चेज (बिना किसी विकेट के 54 रन) का सामना करने में कोई दिक्कत नहीं हुई। उन्होंने हालांकि रन गति पर अंकुश लगाए रखा।

भारत के 50 रन 24वें ओवर में पूरे हुए जबकि धवन और पुजारा ने 50 रन की साझेदारी लंच से पहले 118 गेंद में पूरी की। पुजारा हालांकि दूसरे सत्र में रन बनाने की जल्दी में दिखे। वह लेग स्पिनर देवेंद्र बिशू (108 रन पर तीन विकेट) की गेंद पर जल्दबाजी में शाट खेलने की कोशिश में प्वाइंट पर क्रेग ब्रेथवेट को आसान कैच दे बैठे।कोहली और धवन ने इसके बाद पारी को संभाला। कोहली ने आक्रामक रवैया अपनाया और पांच चौकों की मदद से सिर्फ 75 गेंद में अर्धशतक पूरा किया। कोहली और धवन ने 41वें ओवर में अर्धशतकीय साझेदारी पूरी की जबकि अगले 12 ओवर में 50 रन और जोड़कर शतकीय साझेदारी बनाई। धवन ने होल्डर पर तीन रन के साथ 84 गेंद में अर्धशतक पूरा किया। कोहली ने भी कार्लोस ब्रेथवेट पर लगातार दो चौकों के साथ 50 रन पूरे किए। बिशू ने हालांकि चाय से पहले ही अंतिम गेंद पर धवन को पगबाधा आउट करके भारत को तीसरा झटका दिया। उन्होंने 147 गेंद का सामना करते हुए नौ चौके और एक छक्का मारा। चाय के बाद कोहली ने अजिंक्य रहाणे (22) के साथ भी 57 रन जोड़े। रहाणे पांच रन के निजी स्कोर पर भाग्यशाली रहे जब गैब्रियल की गेंद ने उनके बल्ले का बाहरी किनारा लिया लेकिन स्लिप तक नहीं पहुंची। कोहली और रहाणे ने 61वें ओवर में टीम का स्कोर 200 रन के पार पहुंचाया। दोनों ने पांच ओवर बाद 65 गेंद में अर्धशतकीय साझेदारी पूरी की।

कोहली ने इस दौरान कुछ अच्छे कवर ड्राइव और आन ड्राइव लगाए। कार्लोस ब्रेथवेट ने हालांकि इस बीच बल्लेबाजों को कुछ परेशान किया। रहाणे इसके बाद बिशू की गेंद पर खराब शाट खेलकर मिड विकेट पर डेरेन ब्रावो को कैच दे बैठे। इस समय 22 ओवर और फेंके जाने थे और रिद्धिमान साहा से पहले अश्विन का बल्लेबाजी के लिए उतरना हैरानी भरा रहा। अश्विन ने हालांकि कुछ अच्छे शाट खेले और दिन का खेल खत्म होने तक कप्तान कोहली के साथ नॉट आउट रहे। कोहली ने इस बीच कार्लोस ब्रेथवेट पर एक रन के साथ 134 गेंद में 11 चौकों की मदद से अपना 12वां टैस्ट शतक पूरा किया।