छत्तीसगढ़ के नारायणपुर में नक्सलियों ने घात लगाकर आईटीबीपी के कडेमेटा कैम्प से 600 मीटर की दूरी पर जवानों पर हमला किया। नक्सलियों के द्वारा किए गए इस हमले में आईटीबीपी के दो जवान शहीद हो गए। नक्सली हमले के बाद सामान और हथियार लूटकर भाग गए।

नक्सली हमले की जानकारी देते हुए बस्तर रेंज के आईजी पी सुंदरराज ने कहा कि नारायणपुर जिले में कडेमेटा  आईटीबीपी कैम्प के पास नक्सली हमले में दो जवान शहीद हो गए। हमले के बाद नक्सली एके-47 राइफल, दो बुलेट प्रूफ जैकेट और एक वायरलेस सेट लूटकर मौके से फरार हो गए। आईटीबीपी की 45वीं बटालियन के जवान सर्चिंग पर निकले थे।

इसी दौरान घात लगाए नक्सलियों ने फायरिंग शुरू कर दी। नक्सलियों ने यह हमला आईटीबीपी के कडेमेटा कैम्प से 600 मीटर की दूरी पर किया। जिसके बाद आईटीबीपी के जवानों और नक्सलियों के बीच जमकर मुठभेड़ हुई। मुठभेड़ में आईटीबीपी के दो अधिकारी शहीद हो गए। यह हमला शुक्रवार दोपहर करीब 1 बजे हुआ। 

कहा जा रहा है कि थोड़े दिनों पहले ही सुरक्षाबलों ने तीन नक्सलियों को गिरफ्तार किया था। इसी गिरफ़्तारी का बदला लेने के मकसद से नक्सलियों ने घात लगाकर सर्चिंग करने जा रहे आईटीबीपी के जवानों पर गोलीबारी शुरू कर दी। अचानक से हुई गोलीबारी में आईटीबीपी के दो अधिकारी शहीद हो गए जिसमें एएसआई गुरुमुख सिंह और असिस्टेंट कमांडेंट सुधाकर शिंदे शामिल हैं। हमले में कुछ जवान भी घायल हो गए हैं। हमले के बाद सुरक्षाबल के जवानों के द्वारा सर्चिंग ऑपरेशन जारी है।

नक्सली हमले में शहीद हुए आईटीबीपी के एएसआई गुरुमुख सिंह पंजाब के लुधियाना के रहने वाले थे और असिस्टेंट कमांडेंट शंकर शिंदे महाराष्ट्र के नांदेड़ के रहने वाले थे। दोनों शहीदों के शव को उनके घर भेजा जा रहा है।