बीजेपी नेता शाहनवाज हुसैन का कहना है कि किसान आंदोलन को लेकर विपक्ष अपनी रोटी सेंकने का काम कर रहा है। संसद में एक भी विपक्षी सांसद यह नहीं बता पाया कि तीन कृषि कानूनों में कमी क्या है। उन्हें तो काला अक्षर भैंस बराबर नजर आ रहा था।

बीजेपी नेता ने पूछा कि जो चक्का जाम आज किया गया, वो किसके खिलाफ था। इससे तो आम लोगों को परेशानी हुई है। उनका आरोप था कि विपक्ष किसानों को आगे करके सरकार को अपमानित करना चाहता है। उन्होंने सवाल किया कि कौन देसी और विदेशी ताकते हैं जो माहौल बिगाड़ रही हैं। उन्होंने कहा कि राहुल गांधी को देश की जनता नकार चुकी है। आपने कांग्रेस की कोई भी रैली देखी है जिसमें 100 लोगों ने शिरकत की हो।

उनका कहना था कि देश के लोगों ने राहुल गांधी को सत्ता के लायक नहीं समझा। यहां तक कि विपक्ष के नेता के लायक भी नहीं समझा। अगर कांग्रेस की ज्यादा सीटें होती तो वे संसद में भी आंदोलन करते। सदन में केवल इमोशनल भाषण हो रहे हैं। कोई नहीं बता पा रहा कि बिल में कमी क्या है। उका कहना था कि हम किसानों के साथ हैं और रहेंगे। सरकार ने किसानों के हित में फैसला किया है। किसान के लिए जितना दर्द मोदी जी के दिल में है, उसे राहुल नहीं समझ सकते।

गौरतलब है कि कृषि कानूनों के खिलाफ किसानों के आंदोलन के बीच प्रदर्शनकारियों ने आज यानी शनिवार को चक्का जाम किया गया। 12 बजे शुरू हुआ किसानों का चक्का जाम तीन बजे खत्म हो गया। चक्का जाम के दौरान, प्रदर्शनकारी किसानों ने पलवल हाईवे समेत अन्य राजमार्गों को जाम कर दिया था। दिल्ली, उत्तर प्रदेश और उत्तराखंड को छोड़कर समूचे देश में राजमार्गों पर चक्का जाम किया गया। किसानों ने कहा, जितना लंबा समय लगे जब तक कृषि कानूनों को रद्द नहीं किया जाएगा तब तक आंदोलन समाप्त नहीं होगा।

उधर, किसानों के ‘चक्का जाम’ के मद्देनजर दिल्ली के बॉर्डरों पर सुरक्षा व्यवस्था कड़ी की गई थी। दिल्ली में चक्का जाम नहीं होने के बावजूद करीब 50 हजार जवानों की तैनाती दिल्ली-एनसीआर में की गई। ड्रोन के जरिए निगरानी भी की जा रही थी।