आम आदमी पार्टी के सांसद संजय सिंह का आरोप है कि यूपी में जंगलराज कायम हो गया है। उन्होंने कानपुर के बिकरू कांड की याद दिलाते हुए कहा कि यूपी में अगर आप माफिया, गुंडे, बीजेपी के नेता हैं, हत्या, बलात्कार के एक्सपर्ट हैं तो आपके खिलाफ कार्रवाई नहीं होगी। आप पुलिस वालों की भी हत्या कर सकते हैं। जिस प्रदेश के अंदर पुलिस सुरक्षित नहीं है, वहां जनता का क्या हाल है आप समझ सकते हैं।

संजय सिंह ने हाथरस कांड पर कहा, बच्ची को रात में ही जला दिया जाता है। अपनी नाकामी पर पर्दा डालने के लिए ही पुलिस रात में पीड़िता का अंतिम संस्कार करा देती है। माफियाओं को पुलिस पकड़ने जाती है तो पुलिस के जवानों को ही पीटा जाता है। उन्होंने कहा कि योगी आदित्यनाथ जी, आपसे उत्तर प्रदेश संभल नहीं पा रहा है। शराब माफिया की घटना साफ इशारा कर रही है कि योगी की सरकार फेल हो चुकी है।

सांसद ने कहा, पंचायत चुनाव को लेकर तारीख पर तारीख दी जा रही हैं। इनका कार्यकाल 4-5 माह पहले खत्म हो चुका है। चुनाव समय से पहले होना चाहिए। हाईकोर्ट ने फटकार लगाई तो सरकार बोली कि हमारी तैयारी पूरी है। अब कैबिनेट से पास कराकर सीटों में मन मुताबिक आरक्षण लागू कर रहे हैं। बीजेपी सिंबल पर चुनाव लड़ने से डर रही है, क्योंकि किसान गुस्से से भरा है। बीजेपी को डर है कि उनके प्रत्याशियों की जमानत जब्त हो सकती है। संजय सिंह ने कहा कि जिस तरह से किसान आंदोलन बढ़ रहा है, उससे योगी डर गए हैं।

संजय सिह का कहना था कि किसान बीजेपी को सबक सिखाने को तैयार हैं। उनका कहना था कि अब बीजेपी कह रही है कि पंचायत चुनाव सिंबल पर नहीं होंगे। उनका सवाल था कि जो पार्टी असेंबली चुनाव में 325 सीट लेकर आई थी, तो वह अब क्यों डर रही है। एक तरफ बीजेपी कहती है कि किसानों के भले के लिए ही कानून लाए गए हैं। अगर ये कानून इतने ही अच्छे हैं तो योगी सिंबल पर चुनाव क्यों नहीं लड़ रहे हैं। एक सवाल के जवाब में उन्होंने कहा कि सिंबल पर चुनाव नहीं होते तो लोगों को समर्थन देकर आम आदमी पार्टी चुनाव में उतरेगी।

एक सवाल के जवाब में उनका कहना था कि आंदोलनजीवी लोगों ने ही देश को आजाद कराने से लेकर तमाम अधिकार दिलाने का काम किया है। पीएम नरेंद्र मोदी ने इस तरह के शब्दों का इस्तेमाल किसान आंदोलन के लिए किया, यह पूरी तरह से गलत है। इमरजेंसी के खिलाफ बीजेपी के लोगों ने ही आंदोलन किया था। मोदी पर तंज कसते हुए उन्होंने कहा कि जब आप सत्ता में नहीं होते तो आंदोलनजीवी हो जाते हैं और सत्ता में आते ही जुमलाजीवी और भाषण जीवी हो जाते हैं।