Delhi Assembly Polls 2020: चुनाव आयोग दिल्ली की उन दर्जन भर इलाकों और विधानसभा सीटों पर विशेष नजर है, जिन्हें सियासी गलियारों में ‘कारोबारी इलाके’ के नाम से जाना जाता है। इस कड़ी में आयोग की नागरिकों से अपील है कि वह चुनावी कदाचार के खिलाफ आगे आएं। इस मुहिम में फोन खास हथियार बन सकता है। चुनाव आयोग के अधिकारियों की माने तो प्ले स्टोर से ‘वोटर हेल्प लाइन ऐप’ डाउनलोड कर लोकतंत्र का प्रहरी बन सकते हैं। इस ऐप को आम लोग कदाचार के खिलाफ हथियार बना सकते हैं।
बता दें कि कदाचार उन्मूलन अभियान के तहत चुनाव आयोग दिल्ली में के उन दर्जन भर इलाकों-विधानसभा सीटों पर काम कर रहा है। चांदनी चौक, सदर बाजार, लक्ष्मी नगर, करोलबाग समेत कई ऐसे इलाके हैं जो चुनाव के समय कथित तौर पर नकदी लेनदेन के कारोबार के लिए कुख्यात है। हवाला कारोबारियों की यहीं से कई बार गिरफ्तारी भी हुई है। इन पर दिल्ली मुख्य निर्वाचन अधिकारी कार्यालय की खास नजर है। सहायक खर्च पयर्वेक्षक, फ्लाइंग स्क्वॉयड, स्टेटिक सर्विलांस, वीडियोग्राफी की मुस्तैद है। 2013 और 2015 के विधानसभा चुनावों में मिली शिकायतों को ध्यान में रखते हुए आयोग ने इलाके तय किया हैं। नागरिकों से सतर्कता की उम्मीद कर रहा है।
नंबर मिलाकर कीजिए शिकायत
अगर आप किसी के पास रखी हुई काले धन की जानकारी इनकम टैक्स (आयकर विभाग) को देना चाहते हैं तो इस टोल फ्री नंबर 1800117574 पर दे सकते हैं। आम जनता उम्मीदवार के खिलाफ भी शिकायत दर्ज करा सकती है। आदर्श आचार संहिता को लागू कराने में आयोग, पुलिस, राजस्व, आयकर विभाग के आंख-कान बन सकती है। गैरसूचित चुनावी सामग्री एवं मतदाताओं को लुभाने के लिए इस्तेमाल होने वाली गैर-कानूनी चीजें मसलन पैसा और शराब बांटने तक की जानकारी एजंसियों को दी जा सकती है। इसके अलावा 1950 पर कॉल कर कोई भी नागरिक सीधे अधिकारियों से जुड़ भी सकता है। वह घरों की दीवारों पर भी बिना सहमति राजनैतिक पार्टियों की ओर से अपने बैनर, पोस्टर चस्पा होने की भी शिकायतें भी दर्ज करा सकता हैं। इसके अलावा बूथ स्तरीय अधिकारी, निर्वाचक रजिस्ट्रीकरण अधिकारी से संंपर्क साधा जा सकता है।
पकड़ी जा रही है नकदी
चुनाव आयोग के एक अधिकारीं के मुताबिक बीते 23 जनवरी से 24 जनवरी के बीच अलग अलग दबिशों में तीन करोड़ रुपए नगद जब्त किए गए। 6 जनवरी को आचार संहिंता लगी थी। तब से 23 जनवरी तक कुल 2 कोरड़ साढ़े 32 लाख के करीब नगदी पकड़ी गई थी। लेकिन इसके 24 घंटे के भीतर ही जबत की गई कुल रकम पांच करोड़ 64 लाख को पार कर गई। उनका कहना है कि यह सब जनता और अभियोजन में लगी एजंसियों के सहयोग से ही संभव हो पाया है।
